________________
ओशो से प्रश्नोत्तर
डॉक्टर आया, देखा, हाथ उठाया और उसने उस बेचारी भिक्षुणी को देखा तो दया मदर सुपीरियर ने उत्तर दिया, " ओह, बोला, "इस काम के लिए तो प्लास्टिक से बोला, "हे परमात्मा! सब कितना यह सरल है। लेकिन सबसे पहले तुम सर्जन की जरूरत है!"
छिन्न-भिन्न है! मुझे कहां से शुरू करना उसके चेहरे पर अंकित मुस्कुराहट को प्लास्टिक सर्जन बुलाया गया। जब चाहिए?"
हटाओ!"1