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v. 114. डुंगरहं, णर भंजंता जोइ ।
14.
49.
v. 198. णित्तुलउ . in चूरिवि चउगइ णित्तुलउ परमप्पउ पावेहि । णित्तुलउ = निश्चितम् See Paumacariu-1, under Word-index. Some Verses common or parallel between DP. and DK. Compare with this
इंदिउ जत्थ विलीअ गउ णट्ठउ अप्प सहावु ।
तउ हले सहजाणंदतणु फुडु पुंछहि गुरु- पाउ | DK. 26.
98.
Compare तिअड्ड चिंपि जोइणि देइ अंकवालि । चर्यागीति, No. 4,
1.1)
अड्ड 'transverse ( Turner, 189 ),
Guj. आडु-त्रेडुं 'Crosswise, transverse’. Compare : विअड्ड चंपि जोइणि दइ अंकवालि ।
104.
v. 84-85. Compare with these
With पुज्ज चडावउं कस्स को पुज्जइ, कह पुज्जिअइ
कवलं- कुलिस-घट्ठे करहो विआलि ॥ (Caryagiti, 4)
दोहा - पाहुड
Compare
(d) Compare DK 147
पंडिअ सअल सत्थ वक्खाणहिं, देहहिं बुद्ध वसंतु ण जाणहिं । गवंणागवंणु ण एक्कु वि खण्डिउ, तउ णिलज्जु भणइ हउं पण्डिउ ॥
DK. 71.
Compare
अंतो णत्थ सुइअउ णट्ठउ कालु दुइअउ ।
एकु - वि सो जाणेव्वउ जेण कम्म - सउ x x x ॥ DK 128
उ भव णउणिव्वाणअहिं ठिअउ DK 138 ab
तब्बें भव- णिव्वाणहि मुक्कअ
32 d.