SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 393
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ महा सुद ७ गुरुवार दिनांक ५-२-८७ के दिन खारिया से विहार द्वारा जैनधर्मदिवाकर परम पूज्य आचार्यदेव श्रीमद् विजय सुशील सूरीश्वरजी म. सा. आदि जैतारण गाँव के बाहर के विभाग में 'श्री मरुधर केसरी छात्रावासपावनधाम' में पधारे । ५ जैतारण नगर में प्रवेश और परिकरादि प्रतिष्ठा महोत्सव महा सुद८ शुक्रवार दिनांक ६-२-८७ के दिन प्रातः काल में परम शासन प्रभावक परम पूज्य प्राचार्यदेव श्रीमद् विजय सुशील सूरीश्वरजी म. सा. आदि ठाणा - ५ तथा पूज्य साध्वी श्री रयणयशाश्रीजी म. आदि ठाणा - ५ का जैतारण नगर में प्रतिष्ठा हेतु श्रीसंघ की ओर से दो बेन्ड आदि युक्त भव्य स्वागत हुआ । अनेक गँहुलियाँ हुईं। दादावाड़ी में मंगल प्रवचन हुआ । दोपहर में श्री पंचकल्याणक पूजा पढ़ाई गई । • महा सुद६ शनिवार दिनांक ७-२-८७ के दिन से श्री धर्मनाथ भगवान के परिकर की प्रतिष्ठा एवं यक्ष-यक्षिणी की मंगलमूर्ति की स्थापना तथा वर्षगाँठ-ध्वजारोहण ( १६० )
SR No.002334
Book TitleGandharwad Kavyam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSushilsuri
PublisherSushilsuri Jain Gyanmandiram
Publication Year1987
Total Pages442
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy