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________________ वHIT हैं । यहाँ से आजू-बाजू के गाँवों का दृश्य अति मनलुभावना लगता है । __ मार्ग दर्शन 8 यहाँ से नजदीक का रेल्वे स्टेशन काँकरोली लगभग 5 कि. मी. है, जहाँ से बस, टेक्सी की सुविधा उपलब्ध है । यह स्थान काँकरोली-राजसमन्द मार्ग पर काँकरोली व राजसमन्द से लगभग 1/2 कि मी. दूर है । उदयपुर यहाँ से 60 कि. मी दूर है । कार व बस टेकरी पर थोड़ी दूर तक जा सकती है, जहाँ धर्मशाला है । वहाँ से पैदल चढ़ना पड़ता है । चढ़ने के लिए 250 पगथीये बने हुए है। परन्तु सरक्यूट हाउस रास्ते से बस व कार मन्दिर तक जा सकती है । सुविधाएँ * ठहरने के लिए सर्वसुविधायुक्त धर्मशाला है, जहाँ बिजली, पानी, ओढ़ने-बिछाने के वस्त्र व भोजनशाला की सुविधा उपलब्ध है । पेढ़ी 8 श्री ऋषभदेव भगवान की पेढ़ी, दयालशाह का किला, जैन तीर्थ, पोस्ट : राजसमन्द - 31 3 326. जिला : राजसमन्द, प्रान्त : राजस्थान, फोन : 02952-20149. तीर्थाधिराज श्री आदीश्वर भगवान-राजनगर टेकरी पर एक भव्य जिन मन्दिर का निर्माण करवाया गया । यह मन्दिर शूरवीर, दानवीर, धर्मनिष्ठ मंत्रीश्वर श्री दयालशाह के धर्मनिष्टता की आज भी याद दिलाता है । प्रतिवर्ष भादवा शुक्ला 6 को मेला भरता है । तेरापंथी संप्रदाय का उत्पत्ति स्थान भी यही राजनगर है । यहीं से आचार्य श्री भिक्षुस्वामीजी ने अपने मत का प्रचार प्रारम्भ करने का निर्णय लिया था । अन्य मन्दिर इसके अतिरिक्त तीन और मन्दिर व एक गुरु मन्दिर हैं । कला और सौन्दर्य 8 राजमहल की टेकरी व इस टेकरी के बीच नवचौकी नाम का स्थल है, जहाँ प्राचीन कलात्मक तोरण व अन्य अवशेष दिखायी देते GAVDOAS 2 Gangapur KUTE Sahara. Vaiknd 291 has ndara Jhilwara Banrol Sadel Kumbhalgarhokelwa unawa Potian Ranumour Rajnagar aKuraj /18 RAJSAMAND Kanhon Relmagra Galund Narano d Piala Daribal 9 Saira Jasma Nathdwara Baneria GoanSemball Kama kaima h aidi 29 327
SR No.002331
Book TitleTirth Darshan Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
PublisherMahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
Publication Year2002
Total Pages248
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size45 MB
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