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श्री आदिनाथ भगवान-डुंगरपुर
श्री डूंगरपुर तीर्थ
तीर्थाधिराज श्री आदिनाथ भगवान, पद्मासनस्थ, लगभग 105 सें. मी., श्वेत वर्ण, धातुमयी परिकर युक्त (श्वे. मन्दिर) । तीर्थ स्थल * डुंगरपुर गाँव के माणकचौक में। प्राचीनता कहा जाता है विक्रम सं. 1526 में
इस मन्दिर का निर्माण सेठ सांवलदास दावड़ा ने करवाकर आचार्य श्री रत्नसूरिजी के शिष्य श्री उदय वल्लभसूरिजी एवं श्री ज्ञानसागरसूरिजी के सुहस्ते श्री आदिनाथ प्रभु की विशालकाय धातुमयी प्रतिमा प्रतिष्ठित करवाई थी । मुसलमानों के राजत्वकाल में स्वर्ण प्रतिमा समझकर प्रतिमा को क्षति पहुँचाई गई, तब श्वेतवर्ण यह प्रतिमा पुनः प्रतिष्ठित की गई। परन्तु धातुमयी परिकर आज भी मौजूद है, जिसपर वि. सं. 1526 का लेख उत्कीर्ण हैं ।
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