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श्री वासुपूज्य भगवान-होशियारपुर
श्री होशियारपुर तीर्थ
तीर्थाधिराज श्री वासुपूज्य भगवान, पद्मासनस्थ, श्वेत वर्ण, लगभग 100 सें. मी. (श्वे. मन्दिर)।
तीर्थ स्थल होशियारपुर शहर के शीश महल बाजार में ।
प्राचीनता प्राचीन समय से पंजाब से सिंध तक यह पूरा क्षेत्र जैन धर्म का अतीव जाहोजलालीपूर्ण केन्द्र रहा ।
आचार्य मानतुंगसुरिजी ने नाडोल में रहकर लधुशांती स्तोत्र की रचना कर इसीक्षेत्र में चल रही महामरी उपद्रव को शांत किया था ।
आर्य कालकासूरि, तत्वार्थसूत्र के रचियता वाचकपुंगव
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