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________________ प्रतिवर्ष फाल्गुन शुक्ला तीज को ध्वजाएँ चढ़ाई इसी मन्दिर में श्री सरस्वती देवी की प्रतिमा भी जाती हैं । कलापूर्ण व अति आकर्षक है ।। अन्य मन्दिर ॐ इसके अतिरिक्त यहाँ श्री मार्ग दर्शन 8 नजदीक का रेल्वे स्टेशन फालना वासुपूज्यजी का मन्दिर व एक श्री मणिभद्रजी का 16 कि. मी. है। जहाँ से टेक्सी व बस की सुविधा मन्दिर है । उपलब्ध है । बाली से यह स्थल 11 कि. मी. है । कला और सौन्दर्य मल गभारे के द्वार पर यहा का बस स्ट5 कराब 200 मीटर दूर यहाँ का बस स्टेण्ड करीब 200 मीटर दूर है । कार 16 विद्यादेवियों की मूर्तियाँ, यक्ष कुबेर की मूर्तियाँ व बस मन्दिर तक जा सकती है । दर्शनीय हैं । गंभारे में गज लक्ष्मी की मूर्ति अपने आप सुविधाएँ ठहरने के लिए दो विशाल में अनूठी हैं । सर्वसुविधायुक्त धर्मशालाएं है, जहाँ भोजनशाला व इस मन्दिर के विशाल एवं उत्तंग शिखर की निर्माण आयम्बलशाला की सुविधा भी उपलब्ध है । कला अद्वितीय है । पेढ़ी 8 श्री जैन श्वेताम्बर देवस्थान पेढ़ी, इस बावन जिनालय मन्दिर में सारी प्रतिमाएँ पोस्ट : सेवाड़ी - 306 707. प्राचीन व अत्यन्त कलापूर्ण हैं । किसी प्रतिमा पर लेख * । किती निमा लेख जिला : पाली, प्रान्त : राजस्थान, नहीं है । ऐसी प्रतिमाओं के दर्शन अन्यत्र दुर्लभ है। फोन : 02938-48122. श्री शान्तिनाथ भगवान-सेवाड़ी 367
SR No.002331
Book TitleTirth Darshan Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
PublisherMahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
Publication Year2002
Total Pages248
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size45 MB
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