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________________ चरण चमत्कार से हो सकता है कैसा भी जीवन महिमा मंडित प्राप्त सही सलाह से उसे सुकून मिलता है। अच्छे दोस्त से व्यक्ति सहजता और हल्कापन पाता है। दिलो-दिमाग को तनावमुक्त रखने के लिए अच्छा है कि किसी सच्चे दोस्त से अपना सुख-दुःख बांट लिया जाए। ध्यान रखें कि जो व्यक्ति हर वक्त अपने ही दुःखों का रोना रोता रहता है, सुख व खुशियां उसके दरवाजे से ही लौट जाती हैं। जब भी हम अपना मन जरा-सा भी उदास या उखड़ा हुआ पाएं तो किन्हीं पसंदीदा गीतों तथा भजनों में तल्लीनता से खो जाएं। सच, आप अपने उदासी भरे मन के किसी कोने में खुशी की गुदगुदाहट महसूस करेंगे। संगीत जीवन के साथ गहराई से जुड़ा हुआ है जो मन की उदासी का श्रेष्ठ समाधान है। थोड़ी-सी सूझबूझ और धैर्य से यदि काम लें तो खुद के व दूसरों के दामन को खुशियों से भर देंगे । जीवन के प्रति निराशावादी या नकारात्मक दृष्टिकोण कदापि न रखें। सदैव आशावादी बने रहने एवं नया उत्साह, विश्वास और प्रेम भरते रहने का प्रयत्न करें। जीवन सर्वदा आनन्दमय रहेगा। चरण सतत क्रियाशील रहें, चलने का आनन्द लेते रहें, चरण शक्ति प्राप्त होती रहे, निरन्तर पुष्ट होती रहे, चरित्र की तेजस्विता निखरती रहे, उसके प्रकाश में समाज व राष्ट्र एकता के सूत्र में बंधते रहे, सारी मानव जाति परस्परता का समादर करते हुए मानवीय मूल्यों को प्रखर बनाती रहे तब चरण चमत्कार का सुख मिलता ही रहेगा। 105
SR No.002327
Book TitleSucharitram
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijayraj Acharya, Shantichandra Mehta
PublisherAkhil Bharatvarshiya Sadhumargi Shantkranti Jain Shravak Sangh
Publication Year2009
Total Pages700
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size23 MB
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