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कमाइ
सक्ति नम्बर
सूक्ति सावक
174
265
' ज्योतिहीन दीपक
175
170
176
274
177 178
277 279
तपाचरण, असिधारवत् तप-विशुद्धि . तप-संयम से कर्मक्षय . तप से शुद्धि तत्त्वद्रष्टा तपश्चरण अशुद्ध
179
344
180
599
181
182
तिरस्कार-वर्जन तिरस्कार से भ्रमण तितिक्षा तितिक्षा
183
184
185
306
तीर्थ-यात्रा-फल
186
431
तुलसी संगत साधु की तुमे तासीर सौहबते असर
187
188
386
तू ही तू
189
125
तृष्णा का करिश्मा तृष्णा
190
177
191 192
313 461
थोथा चना बाजे घणा थोथा देय उड़ाय
461
193 153
दमन दुस्तर अभिधान राजेन्द्र कोष में, सूक्ति-सुधारस • खण्ड-6 . 248
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