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22
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खा
533
ग
गु
गृ
गो
ग्र
ग्रा
क्रोध त्याज्य
खाओ-पीओ मित
गर्जत सो वर्षत नहीं
गुण- वृद्धि
गुप्त रहस्य कब प्रकट करे ?
गुण-मूल, विनय
गुरु प्रसन्न
गुरु खिन्न
गुर्वाज्ञा
गुरु आशातना, विनाश का कारण
गुरु- आशातना
गुरु- आशातना अहितकर
गुरु - आशातना से दुष्परिणाम
गुरु- कृपा - तत्पर गुरु-अवहेलना गुरु-स
- सेवा - फल गुरु-शुश्रूषा में जागरुक
गृहस्थ बनाम साधु श्रेष्ठ गृहस्थ- परिचय निषेध
गोता ज्ञान सरोवर का
ग्रन्थियों से मुक्त
ग्राह्य-य क्या ?
अभिधान राजेन्द्र कोष में, सूक्ति-सुधारस • खण्ड-6• 246