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73. पंचाचारसमग्गा पंचिंदियदंतिदप्पणिद्दलणा।
धीरा गुणगंभीरा आयरिया एरिसा होंति ॥
पचाचारसमग्गा
[(पंच) वि-(आचार) पाँच आचारों से
(समग्ग) 1/2 वि] युक्त पंचिंदियदंतिदप्प- [(पंच)+ (इंदियदंतिदप्पणिद्दलणा णिद्दलणा)]
[(पंच) वि-(इंदिय)-(दंति)- पाँच इन्द्रियोंरूपी हाथी (दप्प)-(णिद्दलण) 1/2 वि] के मद का मर्दन
करनेवाले (धीर) 1/2 वि धैर्यवान गुणगंभीरा [(गुण)-(गंभीर) 1/2 वि] गुणों में गंभीर आयरिया (आयरिय) 1/2 आचार्य एरिसा (एरिस) 1/2 वि ऐसे होति (हो) व 3/2 अक होते हैं
धीरा
अन्वय- आयरिया एरिसा होंति पंचाचारसमग्गा पंचिंदियदंतिदप्पणिद्दलणा धीरा गुणगंभीरा ।।
अर्थ- आचार्य ऐसे होते हैं: पाँच आचारों से युक्त, पाँच इन्द्रियोंरूपी हाथी के मद का मर्दन करनेवाले, धैर्यवान (और) गुणों में गंभीर । 1. पाँच आचारः (1) ज्ञानाचार (2) दर्शनाचार (3) चारित्राचार (4) तपाचार (5) वीर्याचार।
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नियमसार (खण्ड-1)