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संस्कृत व्याकरण - शास्त्र का इतिहास
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३. पदमञ्जरी - हरदत्त ४. भाषावृत्ति - पुरुषोत्तमदेव ५. दुर्घटवृत्ति-शरणदेव ६. दैव- पुरुषकारोपेत ५ ७. परिभाषावृत्ति सीरदेव ८. परिभाषावृत्ति - पुरुषोत्तमदेव ६. उणादिवृत्ति - श्वेतवनवासी १०. उणादिवृत्ति - उज्ज्वलदत्त ११. धातुवृत्ति-सायण
१५. व्याकरणसिद्धान्तसुधानिधि - विश्वेश्वर सूरि
१६. संक्षिप्तसार - जुमरनन्दीवृत्ति १७. संक्षिप्तसार टीका १८. कातन्त्र परिशिष्ट- श्रीपतिदत्त १६. हरिनामामृतव्याकरण २०. नानार्थार्णवसंक्षेप - केशव
२१. अमरटीका सर्वस्व - सर्वानन्द २२. हेतुविन्दुटी कालोक - दुर्वेक मिश्र
१० १२. ज्ञापकसमुच्चय- पुरुषोत्तमदेव २३. शब्दशक्तिप्रकाशिका १३. सिद्धान्तकौमुदी - भट्टोजिदीक्षित २४. व्याकरणदर्शने रितिहास - १४. प्रक्रियाकौमुदी - सटीक
गुरुपदहालदार
हस्तलिखित ग्रन्थ
२५. तन्त्रप्रदीप - मैत्रेय रक्षित ३०. संक्षिप्तसार परिशिष्ट
१५ २६. अमरटीका - प्रज्ञातकर्तृक ३१. कातन्त्रप्रदीपव्याख्या- पुण्डरीक
२७. अमरटीका-रायमुकुट
विद्यासागर
३२. तत्त्वचन्द्रिका गर्दासिंह
३३. भाषावृत्त्यर्थविवृति-सृष्टिधराचार्य
सहायक ग्रन्थ
२० ३४. ओरियण्टल कान्फ्रेंस बनारस - लेख संग्रह ३५. इण्डिया ग्राफिस लन्दन हस्तलेख सूचीपत्र ३६. मद्रास राजकीय हस्तलेख सूचीपत्र ३७. मद्रास ओरियण्टल रिसर्च जर्नल ।
२८. शब्दसाम्राज्य २९. चर्करीतरहस्य
भागवृत्ति को उद्धृत करनेवाले ग्रन्थों में सब से प्राचीन कैयट - २५ विरचित महाभाष्यप्रदीप है।
भागवृत्ति के उद्धरणों का संकलन
हमने प्रथमवार १२ मुद्रित ग्रन्थों से भागवृत्ति के उद्धरणों का संकलन करके 'भागवृत्ति संकलनम्' नाम से उनका संग्रह लाहौर की