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षट्खंडागम की शास्त्रीय भूमिका
३९४ संख्या | प्रकृति स्वोदयबन्धी | सान्तरबन्धी | बन्ध किस | उदय किस पृष्ठ
आदि । आदि गुणस्थान से गुणस्थान से
किस गुण- | किस गुणस्थान तक | स्थान तक
१-२
सा.नि.
सा. सा.नि.
नादर
४
॥
सूक्ष्म
: : : : : :
|
सा.
सा.नि
१-१४
पर्याप्त अपर्याप्त
स्थिर
४
3 : : :
१-१४
| अस्थिर
आदेश ११० | अनादेय
यशकीर्ति ११२ | अयशकीर्ति ११३ | तीर्थकर ११४ | उच्चगोत्र स्व.परो. | सा.नि. ११५ | नीचगोत्र ११६-२०/ अन्तराय ५ | स्वो. | १-१० | १-१२ ७
प्रत्यय-तालिक (पृ. १९-२४) गुणस्थन | मिथ्यात्व अविरति
५ । १२ | २५ मिथ्यात्व
आहारद्विक से रहित
कषाय
समस्त
५७
१२ ।