________________
षट्खंडागम की शास्त्रीय भूमिका
३९३ संख्या | प्रकृति स्वोदयबन्धी सान्तरबन्धी | बन्ध किस | उदय किस पृष्ठ
आदि | आदि गुणस्थान से गुणस्थान से
किस गुण- | किस गुणस्थान तक | स्थान तक
:
:
: :
:
परो.
सा.नि
:
:
: :
:
स्वो.
:
:
: -
नरकगत्यानुपूर्वी तिर्यग्गत्यानुपूर्वी स्व.परो. मनुष्यगत्यानुपूर्वी | देवगत्यानुपूर्वी | परो.
अगुरुलघु उपघात
स्व.परो. परघात आताप उद्योत उच्छ्वास | प्रशस्तविहायोगति अप्रशस्तविहायोगति | स्व.परो. प्रत्येकशरीर साधारणशरीर त्रस स्थावर सुभग दुर्भग | सुस्वर
सा.नि.
सा.
१-२
सा.नि.
सा.
सा.नि.
सा.
सा.नि.
१-१४
सा.
१-२
सा.नि.
१-१३