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________________ ३२९ अल्पबहुत्व प्रमाण अपेक्षा सबसे कम प्रवेश और संचय गुणस्थानों की अपेक्षा जीवों के अन्तर, भाव और अल्पबहुत्व का प्रमाण (पु.५, प्रस्ता . पृ.४३ अ) गुणस्थान | नाना जीवों की अपेक्षा | एकजीव की अपेक्षा भाव जघन्य | उत्कृष्ट | जयन्य उत्कृष्ट गुणस्थान १. मिथ्यादि निरन्तर अन्तर्मुर्त लोन के ज्यास भावविक अपूर्वकरण | सागरोपम अनिवृत्तिकरण | एक समय । पल्बोपमका | पल्लोयम का अर्धपतलपरिवर्तन पारिणामिक असंसातवा भाग संसातवा भाग १. सम्पम्मियवाहति सायोपशामिक उपशान्तकबाब मापशमिक अपूर्वकरच ४. असंवसम्मति साविक मनिवृत्तिकरण (मायोपशामिक ५संवतासंक्त सायोपशभिक सूक्ष्मसाम्पराब पूर्वोक्त प्रमाण संसातगुणित नरन्त र प्रमत्तसंवत पूर्वोक्त प्रमाण ५ मतसंवत अयोगिकेवल ८.अपूर्ववरण उपशा एक समय वर्षपृषकत्व उहभास उपशा मापशमिक सापक साविक । निरन्तर सबोगिकेवली | संख्यातगुणित संचन ९ अनिवृत्तिकरण | उपशा. वर्षपृथक्त्व ग्मास (उपशा. मीपशमिक सापक माविक निरन्तर खमत्तसंवत | पूर्वोक्त प्रमाण से..] १०. सूक्ष्मसाम्पराब उपशा, सपक, वर्षपृक्त्व ज्ड मास (उपशा आपशमिक सापक क्षाविक निरन्तर मापशामिक क्षाविक प्रमत्तसंवत संवतासंवत सासादनसम्बम्हात ,असंख्यात गुणित ग्मास निरन्तर ११. मीण मोह १३. सयोगिकेवली १४ अयोगिकेवली निरन्तर असंवतसम्बम्हहि मिथ्यादि | ..संस्बातगुणित ,असंख्यातगुणित | मनन्तगुणित
SR No.002281
Book TitleShatkhandagam ki Shastriya Bhumika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHiralal Jain
PublisherPrachya Shraman Bharati
Publication Year2000
Total Pages640
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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