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जैन एवं जैनेतर साहित्य में पार्श्वनाथ
९. डॉ. ज्योति प्रसाद जैन, भारतीय इतिहास एक दृष्टि, भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन,
१९६५-६६, पृष्ठ ४६.
१०. वही पृष्ठ ४६.
११... वहीं पृष्ठ ४७.
१२. वही पृष्ठ ४८.
१३. . वही पृष्ठ ४९.
१४. वही पृष्ठ ४९.
१५. वही पृष्ठ ५०.
१६. वही पृष्ठ ५०,५२.
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