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________________ (ख) आकारान्त एकारान्त एवं ओकारान्त क्रियाएँ : एकवचन बहुवचन . अहं दामु = मैं हूं। अम्हे दामो = हम सब दें। तुमं दाहि = तुम दो। तुम्हे दाह = तुम सब दो। सो दाउ = वह दे। ते दांतु = वे सब दें। उदाहरण वाक्य : अहं तत्थ गीअं गामु मैं वहां गीत गाऊँ। 'तुमं अत्थ ठाहि तुम यहाँ ठहरो। सो पइदिण रोटिअं खाउ = । वह प्रतिदिन रोटी खावे। सा अप्पं झाउ . वह (स्त्री) आत्मा का ध्यान करे। ते चित्तं णेन्तु वे चित्र ले जाएँ। अम्हे दुद्धं पामो हम दूध पीयें। अज्ज तत्थ किं होउ आज वहाँ क्या हो? अत्थ गीउं ण गाहि = यहाँ गीत न गाओ। प्राकृत में अनुवाद करो : . वह कहाँ ठहरे। तुम आज गीत गाओ। वह प्रतिदिन ध्यान करे। वे धन दें। हम सब आज दूध न पीयें। तु वहाँ पुस्तक ले जाओ। आज वहाँ क्या हो? क्या मैं यहाँ .रोटी खाऊँ। पायो अभ्यास (ख)... रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए : - . (क) सो ण.. हण)। तुर्म पइदिश... वड्ड)। .. . तत्थ कि............ --(हव)। -(ताड)। ... सा....- (गुंथ)। तत्थ रमउ। -अत्थ विहरंतु। ----सद्दहमु। .....ण निन्दमो। ....जसं लंभह । . 3. सेवंतु । चिट्ठ। ताओ... ___ अम्हे...... ... _णच्च्मो । सा...... ----------पाहि। तुम्हे...... ...ठाउ। झाह। खण्ड १
SR No.002253
Book TitlePrakrit Swayam Shikshak
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPrem Suman Jain
PublisherPrakrit Bharati Academy
Publication Year1998
Total Pages250
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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