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________________ कर्मवाच्य : भविष्यकाल तेण अहं पासिहिमि उसके द्वारा मैं देखा जाऊँगा। निवेण अम्हे पासिहामो राजा के द्वारा हम देखे जायेंगे। मए तुमं पासिहिसि = मेरे द्वारा तुम देखे जाओगे। सुधिणा तुम्हे पासिहित्था = विद्वान् के द्वारा तुम सब देखे जाओगे। तुमए सो पासिहिइ तुम्हारे द्वारा वह देखा जायेगा। साहुणा ते पासिहिंति = साधु के द्वारा वे देखे जायेंगे। निर्देश : पाठ ७६ के उदाहरण वाक्यों एवं अनुवाद वाक्यों में भविष्यकाल की सामान्य क्रियाएँ लगाकर कर्मवाच्य के प्राकृत वाक्य बनाओ। विधि एवं आज्ञा तुमए अहं पासीअमु/पासिज्जमु = तुम्हारे द्वारा मैं देखा जाउंगा। अम्हे पासीअमो/पासिज्जमो = हम सब देखे जायें। तेण तुमं पासीअहि/पासिज्जहिं = उसके द्वारा तुम देखे जाओ। निवेण तुम्हे पासींअह/पासिज्जह = राजा के द्वारा तुम सब देखे जाओ। मए सो पासीअउ/पासिज्जउ = मेरे द्वारा वह देखा जाये। सुधिणा वे पासीअंत्/पासिज्जंतु = विद्वान् के द्वारा वे सब देखे जाएँ। उदाहरण वाक्य : . जुवईए साडी कीणीअउ . = युवती के द्वारा साड़ी खरीदी जाय । तेण कंदुओ ण खेलीअउ = उसके द्वारा गेंद न खेली जाय। - सीसेहि सत्थाणि सुणीअंतु = शिष्यों के द्वारा शास्त्र सुने जाएँ। ... सुधिणो नमिज्जंतु विद्वानों को नमन किया जाय। . . तुमए अहं पुच्छीअमु = तुम्हारे द्वारा मैं पूछा जाऊँ। .. प्राकृत में अनुवाद करो : बालिका के द्वारा जल पिया जाय। राजा के द्वारा चित्र देखा जाय । छात्र के द्वारा पुस्तक पढ़ी जाय। आदमी के द्वारा पत्र न लिखा जाय । कुलपति के द्वारा मैं वहाँ भेजा जाऊ। उनके द्वारा वह ताड़ित न किया जाय। युवती के द्वारा आटा पीसा जाय । क्रियाकोश : अणुसंध खोजना अवधार = निश्चय करना अत्थम अस्त होना आसा = आश्वासन देना अब्भत्थ सत्कार करना उवदंस = दिखाना अब्भुट्ठ आदर देना गरह = घृणा. करना प्रशंसा करना गुंफ = गूंथना अभिणंद खण्ड १ ११७
SR No.002253
Book TitlePrakrit Swayam Shikshak
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPrem Suman Jain
PublisherPrakrit Bharati Academy
Publication Year1998
Total Pages250
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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