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पाठ
भाववाच्य क्रिया-प्रयोग : मए हसीअइ/हसिज्जइ अम्हेहि हसी अइ / हसिज्जइ तुम धावी अइ / धाविज्ज तुम्हे हि धावी अइ / धाविज्जइ ते झाई अइ / झाइज्जइ तेहि झाई अइ / झाइज्जइ बालाए णच्ची अइ / णचिज्जइ मोरेहि भणी अइ / भणिज्जइ छत्तेण भणीअइ / भणिज्जइ सीसेहि भीअइ / भणिज्जइ
ए हसी अई अ/हसिज्जीअ मए हसिअं
तेण झाई अईअ / झाइज्जीअ ते झाइअ
तेण पासिहिइ अम्हेहि पासिहिइ मए भणिि बालाए भणिि
सीसेहि भीअईअ / भणिज्जीअ सीसेहि भणिअं
मए सुणी अउ / सुणिज्जउ = सीसेहि सुणी अउ / सुणिज्जउ तुम नमी अउ / नमिज्ज बहुहि नमी अउ / नमिज्जउ
क्रियाकोश : उक्खिव
घेत्त
दुक्क बुड्ड
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वर्तमानकाल
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भूतकाल
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भविष्यकाल
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फेंकना
लेजाना
भेंट करना
डूबना चोरी करना
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मेरे द्वारा हँसा जाता है। हमारे द्वारा हँसा जाता है । तुम्हारे द्वारा दौड़ा जाता है 1 तुम सबके द्वारा दौड़ा जाता है । उसके द्वारा ध्यान किया जाता उनके द्वारा ध्यान किया जाता है बालिका के द्वारा नाचा जाता हैं । मोरों के द्वारा नाचा जाता हैं 1
छात्र के द्वारा पढ़ा जाता है। शिष्यों के द्वारा पढ़ा जाता है।
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विधि एवं आज्ञा मेरे द्वारा सुना जाय ।
मेरे द्वारा हँसा गया / मैं हँसा ।
मेरे द्वारा हँसा गया / मैं हँसा ।
उसके द्वारा ध्यान किया गया।
उसके द्वारा ध्यान / उसने ध्यान किया ।
शिष्यों के द्वारा पढ़ा गया। शिष्यों के द्वारा / शिष्यों ने पढ़ा ।
उसके द्वारा देखा जायेगा T
हम सबके द्वारा देखा जायेगा ।
मेरे द्वारा पढ़ा जायेगा । बालिका के द्वारा पढ़ा जायेगा ।
शिष्यों के द्वारा सुना जाय ।
तुम्हारे द्वारा नमन किया जाय ।
बहुओं के द्वारा नमन किया जाय ।
रंध
लुक्क विअस निहुण विण्णव
७७
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हैं
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पकाना
छिपना
खिलना नोंचना
निवेदन करना
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प्राकृत स्वयं-शिक्षक