SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 159
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ पाठ भाववाच्य क्रिया-प्रयोग : मए हसीअइ/हसिज्जइ अम्हेहि हसी अइ / हसिज्जइ तुम धावी अइ / धाविज्ज‍ तुम्हे हि धावी अइ / धाविज्जइ ते झाई अइ / झाइज्जइ तेहि झाई अइ / झाइज्जइ बालाए णच्ची अइ / णचिज्जइ मोरेहि भणी अइ / भणिज्जइ छत्तेण भणीअइ / भणिज्जइ सीसेहि भीअइ / भणिज्जइ ए हसी अई अ/हसिज्जीअ मए हसिअं तेण झाई अईअ / झाइज्जीअ ते झाइअ तेण पासिहिइ अम्हेहि पासिहिइ मए भणिि बालाए भणिि सीसेहि भीअईअ / भणिज्जीअ सीसेहि भणिअं मए सुणी अउ / सुणिज्जउ = सीसेहि सुणी अउ / सुणिज्जउ तुम नमी अउ / नमिज्ज बहुहि नमी अउ / नमिज्जउ क्रियाकोश : उक्खिव घेत्त दुक्क बुड्ड ११८ || || || || || = = == वर्तमानकाल = = भूतकाल = भविष्यकाल = = = = फेंकना लेजाना भेंट करना डूबना चोरी करना = = • मेरे द्वारा हँसा जाता है। हमारे द्वारा हँसा जाता है । तुम्हारे द्वारा दौड़ा जाता है 1 तुम सबके द्वारा दौड़ा जाता है । उसके द्वारा ध्यान किया जाता उनके द्वारा ध्यान किया जाता है बालिका के द्वारा नाचा जाता हैं । मोरों के द्वारा नाचा जाता हैं 1 छात्र के द्वारा पढ़ा जाता है। शिष्यों के द्वारा पढ़ा जाता है। = विधि एवं आज्ञा मेरे द्वारा सुना जाय । मेरे द्वारा हँसा गया / मैं हँसा । मेरे द्वारा हँसा गया / मैं हँसा । उसके द्वारा ध्यान किया गया। उसके द्वारा ध्यान / उसने ध्यान किया । शिष्यों के द्वारा पढ़ा गया। शिष्यों के द्वारा / शिष्यों ने पढ़ा । उसके द्वारा देखा जायेगा T हम सबके द्वारा देखा जायेगा । मेरे द्वारा पढ़ा जायेगा । बालिका के द्वारा पढ़ा जायेगा । शिष्यों के द्वारा सुना जाय । तुम्हारे द्वारा नमन किया जाय । बहुओं के द्वारा नमन किया जाय । रंध लुक्क विअस निहुण विण्णव ७७ |||||||||| = = = = हैं = पकाना छिपना खिलना नोंचना निवेदन करना 1 प्राकृत स्वयं-शिक्षक
SR No.002253
Book TitlePrakrit Swayam Shikshak
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPrem Suman Jain
PublisherPrakrit Bharati Academy
Publication Year1998
Total Pages250
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy