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(विषय सूची)
क्रम
विषय पहिला अधिकार - मंगलाचरण (इष्टदेव को नमस्कार) एवं कर्ता (वक्ता) श्रोता का निरूपण दूसरा अधिकार - त्रिपृष्ट और स्वयंप्रभा के विवाह का वर्णन तीसरा अधिकार - अमिततेज को राज्य, प्रजापति ज्वलन जटी का मोक्ष-गमन, श्रीविजय के विघ्नों का दूर होना चौथा अधिकार - अमिततेज के द्वारा धर्म सम्बन्धी प्रश्न पूछना पाँचवाँ अधिकार - राजा श्रीषेण व श्री शान्तिनाथ के चार भवों का वर्णन छट्ठा अधिकार - देव आदि के दो भवों का वर्णन सातवाँ अधिकार - अनन्तवीर्य के दुःख और अच्युतेन्द्र के सुख का वर्णन आठवाँ अधिकार - अनन्तवीर्य को सम्यक्त्व की प्राप्ति और वज्रायुध चक्रवर्ती का भव वर्णन नवमाँ अधिकार - अहमिन्द्र भव का निरूपण दशवाँ अधिकार - राजा मेघरथ के भव का वर्णन ग्यारहवाँ अधिकार - महाराज मेघरथ का वैराग्य तथा दीक्षा बारहवाँ अधिकार - अहमिन्द्र का गर्भावतरण तेरहवाँ अधिकार - भगवान श्री शान्तिनाथ जी का जन्मावतरण और देवों का आगमन चौदहवाँ अधिकार - जन्माभिषेक और राज्यलक्ष्मी प्राप्ति .. पन्द्रहवाँ अधिकार - भगवान का दीक्षा कल्याणक और केवलज्ञान कल्याणक . सोलहवाँ अधिकार - भगवान श्री शान्तिनाथ जी का समोवशरण, धर्मोपदेश और मोक्ष गमन .