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________________ 276] [जैन विद्या और विज्ञान । हाइपोथेलेमस . रीलीजिंग हारमोन शिष गथि उत्तेजक हारमोन विशिष्ट अंतस्रावी ग्रन्थि + शरीर के फीड बैक हाइपोथेलमस अंग कभी कभी शरीर के अंग अंतःस्रावी ग्रन्थियां को सीधे भी नियंत्रित कर सकते है। 1. पीयूष/पिट्यूटरी ग्रन्थि इसे नियंत्रक ग्रन्थि भी कहते है। यह सेम के आकार की छोटी सी ग्रन्थि है जो मस्तिष्क के नीचे हड्डी से बनी छोटी खाली जगह में स्थित : है। इसके दो भाग होते हैं। » अग्र पीयूष » पश्च पीयूष इसके द्वारा स्रावित हारमोन्स निम्न है (i) सोमेटोट्रोफिक हारमोन – यह मांसपेशियों, हड्डियों तथा शरीर की वृद्धि को नियंत्रित करता है। . (ii) थायरॉइड स्टीमुलेटिंग हारर्मोन्स – यह हारमोन्स थायराइड ग्रन्थि को- उसके हारमोन बनाने के लिए प्रेरित करता है। (iii) फोलीक्युलर स्टीमुलेटिंग हारमोन - यह हारमोन स्त्री/पुरुष जनित गुणों को बनाने में मदद करता है। (iv) ल्यूटीनाइजिंग हारमोन - यह हारमोन भी स्त्री जनित गुणों को बनाने में मदद करता है। (v) प्रोलेक्टिन - स्त्रियों में दूध का उत्पादन करने में मदद करता है। (vi) एंटी डाययुरेटिक हारमोन – शरीर में नमक व पानी की मात्रा आवश्यकतानुसार रखने में मदद करता है। (vii) आक्सीटोसिन – मांसपेशियों के संकुचन में सहायक है। (viii) ए सी टी एच – यह अधिवृक्क के स्राव को नियंत्रित करता है।
SR No.002201
Book TitleJain Vidya aur Vigyan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahaveer Raj Gelada
PublisherJain Vishva Bharati Samsthan
Publication Year2005
Total Pages372
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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