SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 48
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ विषय-सूची। विषय पृष्ठांक प्रारंभिक निवेदन १-२ अनेकांतवाद का स्वरूप और पर्याय ३-६ पदार्थों का व्यापक स्वरूप महर्षि पतंजलि ८-६ मीमांसक धुरीण पार्थसार मित्र १०-११ च्यासदेव ११-१२ हरिभद्र सरि १२-१५ महामति कुमारिल १५-१७ दव्य पर्याय अथवा नित्यानित्यत्व १७-२१ वस्तु का स्वरूप अनेकान्त है २१-२२ दश्य और पर्याय का भेदाभेद २२-२७. [दर्शन शास्त्रों में अनेकान्तवाद दर्शन] [पातंजल योग भाष्य प्राकृत जगत की अनेकान्तता २८-१२ धर्म और धर्मी का भेदाभेद प्रकृति पुरुष का सारूप्य वैरूप्य वस्तु की अनेकान्तता अथवा सामान्य विशेषत्व प्रधान की प्रवृत्ति में अनेकान्तता ४६-४८ इश्वर की प्रवृत्ति में अनेकान्तता [शंकर खामी] सांख्य तत्वकौमुदी से (अनेकान्तवाद) ५२-५३ मीमांसा श्लोक वार्तिक से (अनेकान्तवाद) शास्त्र दीपिका अवयव अवयवी का भेदाभेद विरोध परिहार अथवा आक्षेप निराकरण ६५-७० विरोध परिहार का दूसरा प्रकार ७०-७२ धर्म धर्मी आदि का भेदाभेद ७२-७४ भाक्षेपान्तर का समाधान Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002141
Book TitleDarshan aur Anekantavada
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHansraj Sharma
PublisherAtmanand Jain Sabha
Publication Year1985
Total Pages236
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Philosophy
File Size8 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy