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________________ २९८ यशस्तिलक का सांस्कृतिक अध्ययन ३. जलवाहिनी ___ पांचाल देश के वर्णन प्रसंग में जलवाहिनी नामक नदी का उल्लेख है ।११ इस नदी के किनारे आमों का एक विशाल वन था ।२२ पांचाल नरेश के पुरोहित की पत्नी को एक बार असमय में आम खाने का दोहद हुआ। पुरोहित आम को तलाश में घूमता हुमा जलवाहिनी के किनारे विशाल आम्रवन में पहुँचा तथा वहाँ एक वृक्ष में आम पाकर आम तोड़ा और एक विद्यार्थी के हाथ घर भेज दिया। यमुना, नर्मदा, गोदावरी, चन्द्रभागा, सरस्वती, सरयू, सिंधु और शोण नदी का एक साय उल्लेख है।" ४. यमुना यमुना के लिए दूसरा नाम तरणितीरणी आया है ।" यह नदी हिमालय के यमुनोत्री नामक स्थान से निकल कर प्रयाग में आ कर गंगा में मिली है। ५. नर्मदा वर्तमान नर्मदा जो विन्ध्याचल की अमरकंटक नामक पर्वतश्रेणी से निकल कर पश्चिम में बहती हुई अरबसागर की खंमात की खाड़ी में गिरती है । ६. गोदावरी वर्तमान गोदावरी नदी जो पश्चिमीघाट पर्वत की चन्दौर पहाड़ी से निकलकर पूर्व की और बहती हुई बंगाल समुद्र की बंगाल खाड़ी में गिरी है । ७. चन्द्रभागा चन्द्रभागा का उल्लेख मिलिन्दपञ्हो ( ११४ ) तथा ठाणांग सूत्र (५।४७०) में भी आता है। यह नदी हिमालय से निकलकर किस्यवार के ऊपर दो पहाड़ी झरनों के साथ बहती है। किस्थवार से आगे रिस्थवार तक यह दक्षिण की ओर ११. जलवाहिनीनाम नदी । - पृ० ३०६ उत्त० १२. महति कालिदासकानने । - वही १३. अध्याय ६, क. १५ । १४. यमुनानर्मदागोदाचन्द्रभागासरस्वती। ____ सरयूसिन्धुशोणोत्थैजलैर्देवोऽभिषिच्यताम् ॥ -पृ. ३२२ १५. पृ० ५७५ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002134
Book TitleYashstilak ka Sanskrutik Adhyayana
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGokulchandra Jain
PublisherParshwanath Shodhpith Varanasi
Publication Year1967
Total Pages450
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size16 MB
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