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यशस्तिलककालीन भूगोल
५. कुलूत
श्रुतदेव ने कुलूत को
मरवादेश कहा है ।" यशस्तिलक के उल्लेख से प्रतीत होता है कि कुलूत देश की कामिनियाँ विशेष सुन्दर होती थीं, उनके कपोलों पर लावण्य झलकता था । "
७. कुलूतो मरवादेशः ।
८. बुलूतकुलकामिनी कपोललावण्यधामनि । - वही
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