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प्रबन्धकोश का ऐतिहासिक विवेचन
से लोग भोजत्व को, जनक - पद पर बहुत से लोग जनकत्व को प्राप्त हुए, ऐसी रूढ़ि है ।" इससे एक कदम और आगे बढ़कर राजशेखर सातवाहन राजा के समीकरण का प्रयास करता है। वह कहता है कि श्री ( महा ) वीर के निर्वाण के ४७० वर्ष बाद ( तदनुसार ५७ ई० पू० में ) विक्रमादित्य राजा हुआ । तत्कालीन यह सातवाहन उसी प्रतिपक्ष में उत्पन्न हुआ ।
१. प्रको, पृ० ७४ ।
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