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विषय - सूची
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बौद्ध एवं विद्यानन्द में उत्तर-प्रत्युत्तर
१५८ (४) वादिराज (५) अभयदेवसूरि
१६३ वैयाकरणमत १६३,बौद्धमत १६४,नैयायिकों एवं बौद्धों
में संवाद १६५-६९ बौद्ध प्रत्यक्ष का निरसन १६९ (६)प्रभाचन्द्र
१७९ बौद्धाभिमत कल्पना का खण्डन एकत्व-अध्यवसाय का निरसन निर्विकल्पक ज्ञान से विकल्पज्ञान की उत्पत्ति संभव नहीं १८८
विकल्पात्मक ज्ञान ही प्रमाण (७) वादिदेवसूरि
१९३ प्रत्यक्ष-भेदों का निरसन
१९५ श्रोत्र के अप्राप्यकारित्व का खण्डन मानस-प्रत्यक्ष का खण्डन स्वसंवेदन-प्रत्यक्ष का निरसन
१९९ योगिप्रत्यक्ष सर्वज्ञता-विचार
२०१ समीक्षण
२०४-२०७ चतुर्थ अध्याय - अनुमान -प्रमाण
२०८-२८९ अनुमान-लक्षण अनुमान-भेद
२१२ स्वार्थानुमान
२१५ साध्य-विचार
२१६ हेतुलक्षण-विमर्श
२१८ बौद्धमत में हेतुलक्षण जैनमत में हेतुलक्षण
२२२ जैनदार्शनिकों द्वारा बौद्ध हेतु-लक्षण का २२३ खण्डन
२००
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