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श्रमणाचार : २८१
२४३. वही, १८८. २४४. अभि० राजेन्द्र कोश, भाग १, पृ० ३०३-३०४. २४५. आचारांग, ११८।५. । २४६. एवं से अहाकिट्टि यमेव धम्म समहि जाणमाणे संते विरते सुसमाहित लेसे
तत्थावि तस्स कालपरियाए, से वि तत्थ वियंतिकारए, इच्चेतं-विमो__ हायतणं, हियं, सुहं, खमं, णिस्सेयसं अणुगामियं ति बेमि, वही-१।८५ २४७. वही, ११८१८. २४८. वही, १।८८. २४९. वही, १९८८. २५०. वही, १८१८. २५१. वहो, १।८।६-७ २५२. वही, १।८।६. २५३. वही, १।८६. २५४. वही, १/८/६. २५५. वही. १/८/८. २५६. वही, १/८/८. २५७. वही, १/८/६. २५८. वही, १/८/७. २५९. अभि० राजेन्द्र कोष भाग ५, पृ० ८१९. २६०. आचारांग, १/८/८. २६१. वही, १/८/८. २६२. वही, १/८८. २६३. वही, १/८/८.
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