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१२८-१४०
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१३८ १४०-१५७
१४१ १४३
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६. कायोत्सर्ग
(क) कायोत्सर्ग के भेद (ख) कायोत्सर्ग की विधि : कायोत्सर्ग के अंग (ग) कायोत्सर्ग का कालमान (घ) कायोत्सर्ग के लाभ
(ङ) कायोत्सर्ग में निषिद्ध बत्तीस दोष १२. शेष सात मूलगुण
१. लोच
केशलोच की विधि २. आचेलक्य ३. अस्नान ४. क्षितिशयन ५. अदन्तघर्षण ६. स्थित भोजन
७. एकभक्त १३. उपसंहार
तृतीय अध्याय : उत्तरगुण १६१-२३९ १. उत्तरगुण : स्वरूप २. उत्तरगुण के भेद ३. शील के अट्ठारह हजार भेद ४. चौरासी लाख गुणों की उत्पत्ति का कारण क्रम ५. तप ६. तप का स्वरूप और महत्त्व ७. तप के भेद : बाह्य और आभ्यन्तर ८. बाह्यतप एवं इसके छह भेद
१. अनशन
(क) अनशन तप के भेद (ख) इत्वरिक अनशन तप (ग) यावज्जीवन अनशन तप एवं इसके भेद (घ) भक्त प्रत्याख्यान (ङ) भक्त प्रत्याख्यान के चालीस अधिकार सूत्रपद
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१६२ १६२-१६३ १६५-२१३
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