SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 108
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ जैन तीर्थों का ऐतिहासिक अध्ययन ११ - शौरीपुर १२ - श्रावस्ती १३ - हस्तिनापुर इनमें से चन्द्रावती, प्रयाग, विन्ध्याचल और शौरीपुर का चतुर शीतिमहातीर्थ नाम संग्रहकल्प के अन्तर्गत उल्लेख है तथा शेष तीर्थों का स्वतन्त्र रूप से अलग-अलग वर्णन है । २ - पूर्व भारत इस विभाग के अन्तर्गत वर्तमान बिहार, स्थित जैन तीर्थों को रखा गया है जिनकी प्रकार है बिहार १ – कुण्डग्राम २ - कोटिशिला ३ – चम्पापुरी ४ - पाटलिपुत्र ५ - मिथिला ६ - वैभारगिरि ७ - सम्मेतशिखर बंगाल १ - कोटिवर्ष २ – पुण्ड्रवर्धन - ३ - कुडुंगेश्वर ४- चन्देरी Jain Education International ६९ इनमें से कोटिशिला, चम्पापुरी, पाटलिपुत्र, मिथिला और वैभारगिरि पर स्वतन्त्र रूप से अलग-अलग विवरण हैं तथा शेष तीर्थों का चतुरशीतिमहातोर्थनामसंग्रहकल्प के अन्तर्गत उल्लेख है । बंगाल और उड़ीसा में प्रदेशानुसार सूची इस ३ - मध्य भारत इस विभाग के अन्तर्गत वर्तमान मध्यप्रदेश में स्थित जैन तीर्थों का वर्णन किया गया है जिनकी वर्णक्रमानुसार सूची इस प्रकार है१ – अवन्तिदेशस्थ अभिनंदनदेवकल्प - २ - ओंकारेश्वर उड़ीसा १ - कलिङ्गदेश २ - माहेन्द्रपर्वत For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002075
Book TitleJain Tirthon ka Aetihasik Adhyayana
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivprasad
PublisherParshwanath Shodhpith Varanasi
Publication Year1991
Total Pages390
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Tirth, & History
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy