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________________ श्रमण भ. महावीर के ६०वें पट्टधर प्राचार्य श्री लालजी स्वामी " , " १९८७ जन्म १६०० दीक्षा , , , १९३८ आचार्यपद " , , १६५७ स्वर्गारोहण गृहवासपर्याय ३८ वर्ष सामान्य साधुपर्याय १६ वर्ष प्राचार्यपर्याय ३० वर्ष पूर्ण संयमपर्याय ४६ वर्ष पूर्ण आयु ८७ वर्ष श्रमण भ० महावीर के ५६वें पट्टधर आचार्यश्री शिवराजजी के वीर नि. सं. १६५७ में स्वर्गस्थ हो जाने पर श्री लालजी स्वामी को प्रभु के ६०वें पट्टघर के रूप में प्राचार्यपद पर चतुर्विध संघ द्वारा अधिष्ठित किया गया। आपने वीर नि. सं. १६५७ से १९८७ पर्यन्त तीस वर्ष तक चतुर्विध संघ को धर्म के विशुद्ध आध्यात्मिक मूल मार्ग पर अग्रसर करते हुए जिनशासन की महती सेवा की। अन्त में ८७ वर्ष की आयु पूर्ण कर वीर नि, सं. १९८७ में आपने समाधिपूर्वक स्वर्गारोहण किया। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002074
Book TitleJain Dharma ka Maulik Itihas Part 4
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHastimal Maharaj
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year1995
Total Pages880
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size16 MB
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