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श्रमरण भगवान महावीर के ५६वें पट्टधर
प्राचार्यश्री शिवराज जी
१८ वर्ष
जन्म
वी० नि० सं० १८८२ दीक्षा
वी० नि० सं० १६०० आचार्यपद
वी०नि० सं० १६१३ स्वर्गारोहण
वी० नि० सं० १९५७ गृहस्थपर्याय सामान्य साधुपर्याय
१३ वर्ष प्राचार्यपर्याय पूर्ण संयमपर्याय पूर्ण आयु
७५ वर्ष श्रमण भ० महावीर की मूल विशुद्ध परम्परा के ५६वें आचार्य श्री शिवराज जी ने वीर नि० सं० १९१३ से १६५७ तक ४४ वर्ष पर्यन्त चतुर्विध संघ को निराडम्बरपूर्ण आध्यात्मिक साधना पथ पर अग्रसर करते हुए जिनशासन की महती सेवा की । ७५ वर्ष की आयु पूर्ण कर प्राचार्यश्री शिवराजजी ने वीर नि० सं० १६५७ में स्वर्गारोहण किया ।
इससे अधिक आपका परिचय उपलब्ध नहीं होता।
वर्ष
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