________________
प्राकृत वाक्यरचना बोध
अणेगच्छंदा+ इह- अणगछंदामिह
आगम की टीकाओं में ऐसे म् को लाक्षणिक माना है। प्रयोग वाक्य
__ सो नायालयम्मि किम गओ ? नायगरो गंगारामो पक्खवाइल्लो (पक्षपाती) नत्थि । तुम दंडासणे पइमास आगच्छसि । वाई रामलालो सच्चं जंपइ । पडिवाई धणवालो सच्चं न वयइ । तुज्झ सक्खी को अत्यि ? सक्खं अंतरेण सच्चो वि असच्चो भवइ । तस्स पडिभू अमुम्मि गामम्मि को वि नत्यि । णासेण सो काराए (जेल) सइ मुत्तो भवइ । तुज्झ आवेयणपत्तं को लिहिस्सइ ? अभिओगम्मि किमवि सारं नत्थि । अक्कोयाए कज्ज सुलहं खिप्पं य भवइ । तस्स उवसत्ती मज्झ पडिकूला अत्थि । पडिवक्खियो वि पडू अत्थि । मए अणुभूयं नायगरो उक्कोडियो अत्थि । पुनरावेयणं कया भविस्सइ ? सो णिण्णयेण संतुट्ठो अत्थि । धातु प्रयोग
सो रत्तीए वि न णिवज्जइ। तुम मज्झ पासे कहं णिवज्जसि ? अमुम्मि गामे कि अण्णं निवज्जइ ? रामो पइदिवहं दसखणा किमटै उक्कुद्दइ? तस्स पासे तुमए न निवेसिअव्वो। तस्स कहणं (पत्थणं) मए न अंगीकयं अओ सो किलिस्सइ । सासूए उवालभं सुणिऊणं पुत्तबहू मणेसु अवसीयइ । अम्ह कहणं तुज्झ कहणं छिदइ । अव्यय प्रयोग
साह दिवारत्तं झाअइ । तुज्झ भाअरो मइत्तो परंमुहो किमट्ठ अत्थि ? पीई पाओ पइदिणं पयो पिवइ। इमे साहूणो अम्हाहितो पिहं नत्थि । तुज्झ पुरत्था मह पोत्थाई संति । मज्झ भइणीए मुहं चंदपडिरूवं विज्जइ । प्राकृत में अनुवाद करो
___ न्याय के लिए लोग कचहरी में जाते हैं। क्या न्यायधीश घूस लेना चाहता है ? वादी अपनी बात वकील को सुनाता है। वकील अपनी बुद्धि से प्रतिवादी की रक्षा करता है । रुपयों से झूठे गवाह भी मिलते हैं। घटना को आंखों से देखकर भी जज गवाही के अभाव में अपराधी को दंड नहीं दे सकता । तुम्हारा जामिनदार कौन होगा ? उसका भाई जमानत से छूट गया। मुकदमे में सच्चा व्यक्ति भी हार जाता है। न्यायालय में भी घूस से न्याय बिकता है । तुम्हारे पक्ष में झूठे बयान कौन देगा? उसकी अर्जी स्वीकृत नहीं हुई। जिस पर दावा किया गया है, उसके पास रुपयों का बल है । घूस लेकर कार्य करने वाला एक जगह घूस लेता है और उसे अनेक जगह घूस देनी पडती है। दफ्तर में कौन बैठा है ? फैसला सुनने कितने लोग आए हैं ? मनुष्य को मारने वाला भी वकील की बुद्धि से बच जाता है। उसको जीवन
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org