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मव्यय संधि
प्रयोग वाक्य
.सो वरिसपेरंतं पलियंकम्मि न सुविहिइ । किं तुमं आसणम्मि ठिओ भासणं करेसि ? बंभयारिणा सया कट्ठसेज्जाए सोअव्वं । मज्झ गिहे पीढो नत्थि । निग्गंथाण संथारगो कप्पइ सोइउं । मुणी सावगाण गिहत्तो फलगं आणेइ । गुरु आसंदीइ आसइ । छत्ता कट्ठासणम्मि ठिआ पढंति । मुणी वरिसावासम्मि फलगे सुवंति । पायफलगं कस्स कटुस्स अत्थि ? अज्जत्ता घरम्मि पाओ सुहोववेसिआ उवलभइ । मज्झ पासे उवनेत्तं अस्थि । इट्टाहिं पत्थरचुण्णे हिं य भवणस्स णिम्माणं भवइ । सोरट्टियाइ नीरं सच्छं (स्वच्छ) भवइ । सा सव्वक्खारेण वत्थाई सच्छाई करेइ। विमला ढोलाइ ठिआ अस्थि । सज्जिआए पप्पडा (पापड) भवंति । अत्थ विजणं कहं नत्थि ? सा दंत पिट्टएण सह दंतधावणेण दंता सोहइ । गुरुणो पासे तुम किं सावसि ? | धातुप्रयोग
___ सो किमट्ठ रामं आभोयइ ? महावीरो भारहवासे परिणिन्वाइंसु । सेहो पइदिणं दस सिलोगा मलइ । सामाइअ चरित्तस्स पच्छा छओवट्ठावणचरित्तं आरोवइ । विमलो सुयणाणं आराहइ । मुणी सावगेहिं सद्धि कंतारं अइवत्तइ । आयरिअस्स सुवगामम्मि आगमणं सुणिऊण सावगा उप्फिडंति । सो पायच्छित्तरूवेण तवं णिव्विसइ । तुज्झ पसंसं सुणिऊण सो कहं सीअइ ? अव्यय प्रयोग
- भोयणस्स पच्छा सो सोअइ । ते च्चिय धण्णा जे रागरहिया । सो अत्थ झत्ति आगओ। अहं तस्स पासे न गमिस्सामि जओ सो झाणेण पढइ । अज्जपभिइ दसदिणपेरंतं पारसो अणसणतवं करिस्सइ । प्राकृत में अनुवाद करो
_मेरी मौसी चारपाई पर बैठी है और उसने आने वाली बुआ को पीढे पर बैठाया । बडा साधु चौकी पर बैठकर भाषण देता है। काठ की शय्या कोमल नहीं होती है । काठ के तख्ते पर वह बैठना नहीं चाहता है। एक बेंच पर कितने छात्र बैठते हैं ? मेज पर पुस्तक किसकी है ? सौफा पर बैठकर वह नींद लेता है। कुर्सी कौन नहीं चाहता? वह एनक से साफ देखता है। मैं साजी खाना नहीं चाहता । इंटे कहां से आती हैं। फिटकरी का उपयोग अनेक कामों में होता है। गोंद से वस्त्र साफ होते हैं । सीमेंट घर में नहीं है । मेरी साबुन किसके पास है ? उसके घर में झूला नहीं है । पंखे से हवा आती है । दांत के ब्रुश के बिना वह टूथपाउडर से दांत साफ करता है । वह बार-बार शपथ क्यों खाता है ? धातु प्रयोग करो
लडका उसकी ओर ध्यान से देख रहा है । तुझे प्रतिदिन पांच नए
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