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अपादान
प्राकृत में अनुवाद करो
भतीजा दादा के साथ घूमता है। भानजा लडाई नहीं करता है। पोता दादा के साथ खाना खाता है। भानजी मौसी के साथ यहां कब आई है ? पोती पाप से डरती है । प्रपोता सुंदर है। बेटा बाप को प्रणाम करता है। बेटी ससुराल जाती है । भतीजी अभी तक अविवाहित है । भानजी सहेली के साथ खेलती है। बेटी दादी की सेवा करती है । नानी पाप नहीं करती
विभक्ति का प्रयोग करो
१. हम मनुष्य से दुगुञ्छा करते हैं। वे लिखने से विराम लेते हैं । लालचन्द धर्म करने में प्रमाद करता है।
२. वह गाय से भी डरता है। ३. श्याम श्रम से हारता है । धर्मचन्द अध्ययन से हारता है।
४. परिग्रह से भय उत्पन्न होता है। भय से हिंसा उत्पन्न होती है । क्रोध से मोह उत्पन्न होता है। अव्यय का प्रयोग करो
प्रातःकाल मैं जाप करता हैं। अभी यहां कोई भी आदमी नहीं है। मैं दूसरे दिन यहां आऊंगा । जिस प्रकार सुख हो, वैसा करो।
१. अपादान किसे कहते हैं ? उसमें कौन-सी विभक्ति होती है ? २. अपादान कितने प्रकार का है ? उदाहरण से स्पष्ट करो। ३. नीचे लिखे शब्दों के प्राकृत शब्द बताओ-.
भानजा, भानजी, भतीजा, पोता, प्रपोती, बेटी, प्रपोता, पोती, भतीजी,
बेटा। ४. नीचे लिखे धातुओं का प्रयोग करो---
पवह, अहिजाअ, दुगुञ्छ, पमाय, विरम ५. पंचमी विभक्ति किस-किस के योग में होती है ? ६. माला शब्द के रूप लिखो। ७. नीचे लिखे अर्थों में कौन-सा अव्यय प्रयोग में जाता है ?
दूसरे दिन, प्रातःकाल, अभी, जिस प्रकार
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