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धारवादेश ( ७ )
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कोट्टुम, मोट्टाय, णीसर, वेल्ल—– ये आदेश विकल्प से होते हैं । म (संखुडुइ, खेड्डूइ, उब्भाव, किलिकिञ्चइ, कोट्टुमइ, मोट्टायइ, णीसरइ, वेल्लई, रमइ) क्रीडा करता है ।
नियम ८५६ ( पूरेरग्धाडाग्घवोद्धुमाङ माहिरेमा: ४। १६९) पूर् धातु को अग्घाड, अग्घव, उद्धुम, अङगुम, अहिरेम — ये आदेश विकल्प से होते हैं। पूरयति ( अग्घाइ, अग्घवइ, उद्घमाइ, अङगुमाइ, अहिरेमइ, पूरइ ) पूरा करता है, पूर्ति करता है ।
नियम ८६० (त्वरस्तुवर-जअडी ४।१७० ) त्वरति को तुवर और जअड आदेश विकल्प से होता है । त्वरति ( तुवरइ, जअडइ) शीघ्र होता है, तेज होता है ।
नियम ८६१ ( त्यादिशत्रोस्तूर: ४।१७१ ) त्वरति को ति ( तिप् ) आदि और शतृ प्रत्यय परे हो तो तूर आदेश होता है । त्वरति ( तूरइ ) त्वरन् ( तुरन्तो) शीघ्र होता हुआ ।
नियम ८६२ (तुरोत्यादौ ४११७२ ) अत्यादि ( तिप् आदि छोड ) प्रत्यय परे हो तो त्वर् धातु को तुर आदेश होता है । त्वरन् (तुरिओ, तुरन्तो ) । नियम ८६३ (क्षर: खिर-भर-पज्झर-पच्चड णिच्चल-णिट्टुआः ४१७३) क्षर् धातु को खिर, झर, पज्झर, पच्चड, णिच्चल, णिट्टुअ - ये छह आदेश होते हैं । क्षरति ( खिरइ, झरइ, पज्झरइ, पच्चडई, णिच्चलई, णिट्टुअs) टपकता है, गिरता है ।
नियम ८६४ ( उच्छल्ल उत्थल्लः ४५१७४) उच्छलति को उत्थल्ल आदेश होता है । उच्छलति (उत्थल्लई) उछलता है ।
नियम ८६५ ( विगले स्थिप्प - णिट्टही ४।१७५ ) विगलति को थिप्प और णिट्टह आदेश विकल्प से होते हैं । विगलति ( णिट्टहई, विगलइ ) गल जाता है, नष्ट हो जाता है ।
नियम ८६६ ( दलि-वल्यो विसट्ट-वम्फी ४।१७६ ) दल धातु को विसट्ट भौर व धातु को वम्फ आदेश विकल्प से होता है । दलयति (विसट्टइ, दलइ ) विकसता है, फटता है । वलते ( वम्फइ, वलइ ) लोटता है, वापस आता है ।
नियम ८६७ (भ्रंशेः फिड-फिट्ट-फुड-फुट्ट - चुक्क भुल्लाः ४ । १७७ ) भ्रंश् धातु को फिड, फिट्ट, फुड, फुट्ट, चुक्क और भुल्ल - ये छह आदेश विकल्प से होते हैं । भ्रंश्यति (फिडइ, फिट्टइ, फुडइ, फुट्टइ, चुक्कइ, भुल्लइ, भंसइ) च्युत होता है, गिरता है ।
नियम ८६८
(नशेणिरणास - विहायसेह-पडिसा सेहा बहरा ४। १७८) नश् धातु को णिरणास, णिवह, अवसेह, पडिसा, सेह, अवरेह — ये आदेश विकल्प से होते हैं । नश्यति ( णिरणासइ, णिवहर, अवसे हइ, पंडिसाइ
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