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________________ ह साधन शब्द संग्रह (परिवार वर्ग २ ) चाचा --- पिइज्जो, चुल्ल पिऊ भाई - भायरो, भाऊ, भाई (पुं) फुफेराभाई -- पिउसियाणेयो मौसेरा भाई -- माउसिआणेयो चचेरा भाई पिइज्जपुत्तो बड़ा भाई-- अग्गओ बड़ी बहन का पति -- भाओ (दे० ) प्रतिदिन --पइदिणं पूर्ण, पुण्य-पुण सहायता ---साहज्जे चाची- पिइज्जजाया, चुल्लपिउजाया बहन - बहिणी, भगिणी, ससा फुफेरी बहन - पिउसिआणिज्जा मौसेरी बहन - माउसिआ णिज्जा चचेरी बहन - पिइज्जसुआ छोटाभाई-- अणुओ Jain Education International अपना घर 1 - णियहिं शत्रु – सत्तू (पु० ) जव -- जाप करना ओग्गह -- ग्रहण करना जुज्झ --- लड़ाई करना, युद्ध करना वड्ढ --- बढना पडिभा -- मालुम होना O धातु संग्रह विणा-- बिना अग्गे (अग्र) आगे हस धातु के कर्तृवाच्य के सब संख्या १) हसान्त धातुओं के रूप इस ग्रामणी और खलपू शब्द के संख्या ४,६ ) ग्रामणी के रूप मुणि की तरह चलते हैं । अव्यय संग्रह ओणम् -- नीचे नमना जिण - जीतना घी, णे- ले जाना, पहुंचाना लह— प्राप्त करना सक्क - सकना O अवि, पि-भी अग्गओ ( अग्रतस् ) आगे से रूप याद करो (बेलो- परिशिष्ट २ धातु की तरह चलते हैं । रूप याद करो (देखो -- परिशिष्ट १ तरह और खलपू के रूप साधु की साधन - जिसके द्वारा कार्य किया जाता है उसे साधन या करण कहते हैं । एक कार्य करने में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से अनेक वस्तुएं सहायक होती For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002024
Book TitlePrakrit Vakyarachna Bodh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1991
Total Pages622
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Grammar, & Literature
File Size20 MB
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