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________________ ३३२ प्राकृत वाक्यरचना बोध को मारता है। रावण ने सीता का हरण किया। आचार्य को अपने गांव में पाकर गांव के लोग बहुत प्रसन्न हैं। तुम्हारा प्रभाव कम क्यों हुआ? साधु बनने वाला परिवार के मोह को त्यागता है। हमने अनेक प्रान्तों का भ्रमण किया। किसी को हिंसा नहीं करनी चाहिए । अनुत्तीर्ण में अपना नाम सुनकर वह लज्जित हुआ। तुम उसकी अवज्ञा क्यों करते हो ? प्रत्यय का प्रयोग करो। वह सबसे छोटा है । तुम मेरे से बड़े हो। तुम मुझे सबसे प्रिय हो । राम भाइयों में सबसे बडा था। क्या वह तुमसे बडा है ? सुशील अपने परिवार में सबसे छोटा है। इसकी धार उससे तीक्ष्ण है। इस गांव में सबसे ऊंचा मकान किसका है ? गरीष्ठ भोजन मत करो। विनय सबसे अधिक पटु है । सोहन मोहन से क्षुद्र है । तुम्हारे में उससे अधिक गुण है । प्रश्न १. तरतम प्रत्ययों के स्थान पर कौन से प्रत्यय होते हैं ? दोनों में क्या अंतर है ? २. अर और अम प्रत्ययान्त शब्द किस लिंग में व्यवहृत होते हैं ? ३. पांच वाक्य अम प्रत्यय लगाकर बनाओ। ४. धनुष, मुद्गर, कुल्हाडी, आरा, चक्र, अंकुश, चाबुक, सरौता, छुरी, बाण, गदा, त्रिशूल, वन, मशीनगन, पिस्तौल, फत्थर फेंकने का अस्त्र, म्यान और तूणीर के लिए प्राकृत शब्द बताओ। ५. हक्क, हर, हरिस, हस, हा, हिंड, हिरि और हील धातुओं के अर्थ बताओ और वाक्य में प्रयोग करो। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002024
Book TitlePrakrit Vakyarachna Bodh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1991
Total Pages622
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Grammar, & Literature
File Size20 MB
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