SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 346
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ स्फुट प्रत्यय ३२६ तुम लाठी चलाना सीखते हो ? कैंची से ही कोट, पतलून आदि बनते हैं । हथौडा किसके पास मिलेगा सूई का काम करो, कैंची का नहीं । धातु का प्रयोग करो दूसरों को पढाना सरल नहीं है । स्वास्थ्य के लिए प्रतिदिन व्यायाम करना चाहिए | तुम मुझे उसके पास जाने के लिए क्यों रोकते हो ? आज हवा नहीं चलती है। गांव-गांव में कपडे बुनना चाहिए । सिंह पशुओं को ओर मनुष्य को मार डालता है। माता अपने बच्चों में संस्कार डालना चाहती है । तप को वहन कराना आचार्य का कार्य है । ध्यान के समय कौन बोलता है ? जो अपने विचारों को सत्य की ओर मोडता है, वही वास्तव में सत्य का शोधक है । प्रत्यय का प्रयोग करो हमारा सर्वांगीण विकास होना चाहिए । पथिक का काम है मार्ग में चलते रहना । अपने देश का गौरव किसको नहीं होता ? सरसों का तेल कहां मिलेगा ? आज दहिमय साग खाने की इच्छा है । प्रश्न ९. मयट् प्रत्यय को क्या आदेश होता है ? तीन शब्द बताओ । २. उसका तेल अर्थ में क्या प्रत्यय होता है ? ३. इस पाठ में इक, इकट् और णय प्रत्यय किस शब्द से किस अर्थ में किस प्रत्यय को हुआ है ? ४. तलवार, भाला, बंदूक, दांती, वर्धी, तोप, बंब, हथौडो, लाठी, कैची, ढाल, गुप्ती, सूई- --इन शब्द बताओ । ५. वाय, वायाम, वार, वा, वा, वावाअ, वास, वाह, वाहर, वाल— इन धातुओं के अर्थ बताओ और वाक्य में प्रयोग करो । Jain Education International राइफल, टैंक, कटार, शब्दों के लिए प्राकृत For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002024
Book TitlePrakrit Vakyarachna Bodh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1991
Total Pages622
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Grammar, & Literature
File Size20 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy