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उत्तम पुरुष
शब्द संग्रह (महापुरुष) अरहंत--अरहंतो
सिद्ध--सिद्धो पार्श्वनाथ-पासणाहो धर्मगुरु-आयरियो महावीर--महावीरो
साधु---साधू महादेव, शिव-हरो
बुद्ध-बुद्धो जिन-जिणो
उपाध्याय---उवज्झायो
धातु संग्रह पड-गिरना
बीहडरना मुंच-छोडना
रूस-क्रोधित होना दह---जलना
पविस–प्रवेश करना जंप-बोलना
घाय--मारना तव-तपना
___ अव्यय संग्रह प्राकृत संस्कृत हिन्दी प्राकृत संस्कृत हिन्दी इयाणि, दाणि (इदानीं) इस समय धुवं (ध्रुवम्) निश्चय
(किं) क्या एगया (एगदा) एक बार केरिसो (कीदृशः) कैसा खिप्पं (क्षिप्र) शीघ्र
(पुनः) फिर से अवस्सं (अवश्यं), अवश्य . • पुल्लिग अकारान्त देव शब्द के रूप याद करो। देखो परिशिष्ट १ संख्या १
उत्तम पुरुष एक बचन
बहु वचन अहं-मैं
अम्हे-हम हम दोनों धातु प्रत्यय (वर्तमान काल)
मो, मू, म अकारान्त धातु के अ को आ हो जाता है उसके आगे ये प्रत्यय जुड जाते हैं।
अहं पिवामि--..मैं पीता हूं/पीती हूं।
पुणो
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