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________________ ३१२ प्राकृत वाक्यरचना बोध आती है ? पथरी का रोग क्यों होता है ? खाज रोगी को खाज करना मीठा लगता है। जुखाम में छींक अधिक आती है। श्वेत वस्तु के प्रयोग से कफ बढता है। वायु रोग कितने प्रकार का होता है ? धातु का प्रयोग करो ....... गूंद दो पन्नों का श्लेष करता है। स्त्री के साथ विवाद करने से मनुष्य की लघुता होती है। वह खेत को नहीं काटेगा। उसकी बहन ने भाई का स्नेहपूर्वक पालन किया। जो वस्त्रों को जोडता है, क्या वह मन को नहीं जोड सकता ? सुशील उसके घर पर जाकर बहुत बका। विमला घर में ही नाचती है। जो दूसरों की प्रशंसा करता है, वह उसका प्रिय बनता है । तुम क्या प्राप्त करना चाहते हो ? वह अपनी दुकान को लीप रहा है । प्रत्यय प्रयोग करो . मोटापन किसको प्रिय लगता है ? साधुत्व पूजनीय होता है, व्यक्ति नहीं। देव होकर भी यदि दूसरों को सताता है तो उसमें देवत्व नहीं है। मनुष्यत्व ही मनुष्य को आगे बढाता है। प्रश्न १. भाव किसे कहते हैं ? २. प्राकृत में भाव अर्थ में कौन-कौन से प्रत्यय होते हैं ? ३. भाव में होने वाले प्रत्ययों का लिंग क्या है ? ४. बुखार, भगंदर, प्रमेह, जुखाम, मलावरोध (कब्ज), अंडकोशवृद्धि, अस्थि में सूजन, खांसी, व्रण, पित्त, कफ, वायु, पेट की गांठ, नासुर, वमन, दस्तों का रोग, हिचकी, पथरी, खाज, छींक रोग-इन शब्दों के लिए प्राकृत शब्द बताओ। ५. लस, लहुअ, लाय, लाल, लाय, लालप्प, लास, लाह, लिच्छ, लिप-इन धातुओं का अर्थ बताओ और वाक्य में प्रयोग करो। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002024
Book TitlePrakrit Vakyarachna Bodh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1991
Total Pages622
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Grammar, & Literature
File Size20 MB
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