SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 30
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ प्रथम पुरुष प्रयोग वाक्य वह नमन करता है । ते नमंति- वे दोनों / वे सो नमइ सो पढाइ सो लिइ वह लिखता है । - वह पढता है । दोनों / वे सब पढते हैं । ते पढन्ति- वे ते लिहंति -- वे ते भांति - वे सो भइ - वह पढता है । सो हसइ --- वह हंसता है । प्राकृत में अनुवाद करो सब / वे दोनों लिखते हैं । सब / वे दोनों पढते । ते हसंति - वे सब / वे दोनों हंसते हैं । यह नमता है । वह पढता है। वह हंसता है । वह लिखता है । वह पढती है । वह नमती है । वह हंसती है । वह लिखती है । वे नमते हैं । वे पढते हैं । वे हंसते हैं । वे लिखते हैं । वे दोनों नमते हैं । वे दोनों पढते हैं । वे दोनों हंसते हैं । वे दोनों लिखते हैं । वे नमती हैं । वे हंसती हैं । वे पढ़ती हैं । वे लिखती हैं । वे दोनों नमती हैं । वे दोनों पढ़ती हैं । वे दोनों हंसती हैं । वे दोनों लिखती हैं । प्रश्न १. पुरुष कितने प्रकार के होते हैं ? उनके कर्त्ता कौन हैं ? सर्वनाम किसे कहते हैं ? ३. सर्वनाम कौन-कौन से शब्द हैं ? १३ Jain Education International सब नमन करते हैं । ४. प्रथम पुरुष के वर्तमान काल के क्या-क्या प्रत्यय हैं ? ५. सर्वनाम में कौनसी विभक्ति होती है ? उदाहरण से स्पष्ट करो | सर्वनाम में कौनसा लिंग व वचन होता है ? ६. ७. प्रथम पुरुष में कौन से सर्वनाम माने जाते हैं ? For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002024
Book TitlePrakrit Vakyarachna Bodh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1991
Total Pages622
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Grammar, & Literature
File Size20 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy