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शब्दरूप ( ८ )
इमम्मि |
नियम ५२६ ( न त्थ: ३।७६ ) इदं शब्द को ङ े प्रत्यय से होने वाले आदेश स्सि, म्मि और त्थ में से त्थ आदेश नहीं होता । इमस्सि, इमम्सि ( इह ) 1
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नियम ५३० ( क्लोबे स्यमेदमिणमो च ३।७६) नपुंसक लिंग में वर्तमान इदं शब्द को सि और अम् सहित इदं, इणमो और इण आदेश नित्य होते हैं । सि - इदं, इणमो, इणं । अम् -- इदं, इणमो, इणं ।
नियम ५३१ (मुः स्यादौ ३३८८ ) अदस् शब्द के द को मु आदेश होता है, सि आदि विभक्ति परे हो तो । अमू पुरिसो । अमूणो पुरिसा । अमुं वर्ण । अमूई वणाई । अमू माला । अमूउ, अमूओ, मालाओ ।
नियम ५३२ ( वादसो दस्य होनोदाम् ३२८७) अदस् शब्द के दकार को सि परे रहने पर ह आदेश विकल्प से होता है । अहं ।
नियम ५३३ ( म्मावयेऔ वा ३८६) अदस् शब्द के अंतिम व्यंजन लुप्त होने पर दकारान्त शब्द को म्मि परे रहने पर अय तथा इअ आदेश विकल्प से होता है । अयम्म, इअम्म, अम्मि ।
नियम ५३४ ( वैसेणमिणमो सिना ३२८५) एतद् शब्द से परे सि होने पर विभक्ति सहित एस, इणं और इणमो आदेश विकल्प से होता है। एस, इणं, इणमो, एअं ।
नियम ५३५ (तदो ङसेस्तो साहे ३१८२) एतद् शब्द से परे ङसि को तो और ताहे आदेश विकल्प से होता है । एत्तो, एत्ताहे, पक्षे एआओ, एआउ, एहि, एआहितो, एआ ।
नियम ५३६ ( त्थे च तस्य लुक् ३१८३ ) त्थ, तो, एवं ताहे परे रहने पर एतद् शब्द के तकार का लोप होता है । एत्थ, एत्तो, एत्ताहे । नियम ५३७ (एरदीतौ स्मौ था ३८४ ) एतद् के एकार को म्मि परे रहने पर अ एवं ई आदेश विकल्प से होता है । अयम्मि, ईयम्मि, एअम्मि ।
प्रयोग वाक्य
परुप्परं विवाओ न कायव्वो । पल्लवायम्मि कि अन्नं होहिइ ? परिवास कि जाणइ निसाए नथरम्मि कि जाअं ? मुहरस्स सुसीलस्स कत्थ वि सम्माणो न भवइ । तुमं पमेइलो कया जाओ ? अहं मसाणम्मि साहणं करेमि । मज्झ गिम्मि वि डोला विज्जइ । णिवेसणाए मणुओ पिओ भवइ । भारहवासस्स छायणिआओ कत्थ- कत्थ संति ? छोइया फलस्स सुरक्खं करेइ तं विणा फलस्स दुद्दसा होइ ।
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