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संयुक्त व्यंजन परिवर्तन (१)
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नियम २६८ (क्षः खः क्वचित्तु छ- भौ २१३) क्ष को ख होता है । कहीं-कहीं पर छ और झ होता है ।
क्ष 7 ख-क्षय: (खओ) क्षमा ( खमा) क्षीणं ( खीणं) क्षीरं (खीरं ) इक्षुः ( इक्खू ) ऋक्ष: ( रिक्खो ) मक्षिका ( मक्खिआ ) लक्षणं ( लक्खणं ) । नियम २६६ (ष्क-स्कयो र्नाम्नि २।४) एक और स्क को ख आदेश होता है संज्ञा अर्थ में ।
ठक 7 ख- पुष्करं ( पोक्खरं ) पुष्करिणी (पोक्खरिणी) निष्कं (निक्खं) । स्क 7 ख — अवस्कन्दो (अवक्खरो ) अवस्करः (अवक्खरो )
उपस्कर:
(उवक्खरो) उपस्कृतं ( उवक्खडं ) स्कन्धः (खंधो) स्कन्धावारः ( खंधावारो) ।
क्षण 7 ख - तीक्ष्णं ( तिक्खं ) ( नियम ३६६ से ) ।
नियम ३०० ( शुष्क - स्कन्दे वा २१५) शुष्क और स्कन्ध शब्द के संयुक्त को ख विकल्प से होता है ।
।
ठक 7 ख -- शुष्कं ( सुक्खं, सुक्कं ) स्क 7 ख- - स्कन्दः ( खन्दो, कन्दो ) |
नियम ३०१ ( स्तम्मे स्तो वा २८) स्तम्भ शब्द के स्त को ख विकल्प से होता है ।
स्त 7 ख- स्तम्भो (खम्भो, थम्भो ) ।
नियम ३०२ ( स्थाणावहरे २१७) स्थाणु शब्द के स्थ को ख आदेश होता है, वह महादेव का वाचक न हो तो ।
स्थ 7 ख- स्थाणु: ( खाणू) ठूठा वृक्ष ।
नियम ३०३ ( क्ष्वेटकादौ २।६) क्ष्वेटक आदि शब्दों के संयुक्त को ख होता है ।
क्ष्व 7 ख — क्ष्वेटकः (खेडओ ) विष | वोटक : ( खोडओ ) ।
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स्फ 7 ख~स्फोटकः (खोडओ ) । स्फेटकः ( खेडओ ) । स्फेटिक : ( खेडिओ) | नियम ३०४ ( रक्ते गो वा २ १०) रक्त शब्द के संयुक्त को ग विकल्प से होता है ।
क्त 7 ग -- रक्तः ( रग्गो, रत्तो ) ।
नियम ३०५ ( शुल्के ङ्गो वा २।११) शुल्क शब्द के ल्क को ङ्ग आदेश विकल्प से होता है ।
हक 7 ङ्ग - शुल्कं (सुङ, गं, सुक्कं ) ।
नियम ३०६ ( त्यो चैत्ये २।१३ ) चैत्य शब्द को छोडकर त्य को च
प्रत्ययः ( पच्चओ)
त्यागी (चाई) त्यजति
होता है ।
स्य / च --- सत्यं ( सच्चं )
( चयइ ) ।
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