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धम्मकहाणुओगे चउत्थो खंधो
तए णं से आभिओगिए देवे तस्स दिव्वस्स जाण-विमाणस्स अंतो बहु-सम-रमणिज्जं भूमि-भागं विउब्वइ । से जहा-णामए आलिंगपुक्खरे इ वा मुइंग-पुक्खरे-इ वा सर-तले इ वा सर-तले इ वा चंद-मंडले इ वा सूर-मंडले इ वा आयंस-मंडले इ वा उरभ-चम्मे इ वा वसह-चम्मे इ वा वराह-चम्मे इ वा सोह-चम्मे इ वा वग्घ-चम्मे इ वा छगल-चम्मे इ वा दीविय-चम्मे इ वा अणेगसंकु-कीलग-सहस्सवियए, णाणाविह-पंच-वन्नेहि मणीहि उवसोभिए, आवड-पच्चावड-सेढि-पसेढि-सोत्थिय-सोवत्थिय-पूसमाणग-वद्धमाणग-मच्छंडग-मगरंडग-जार-मार-फुल्लावलि-पउमपत्त-सागरतरंग-वसंतलय-पउमलय-भत्ति-चिहि, सच्छाएहि, सप्पर्हि, समरीइएहि, सउज्जोएहि, णाणाविह-पंचवणेहि मणीहि उवसोभिए, तं जहाकिण्हेहि, णोलेहि, लोहिएहि, हालिद्देहि, सुक्किल्लेहि तत्थ णं जे ते किण्हा मणी तेसि णं मणीणं इमे एयारवे वण्णावासे पण्णत्ते से जहा-नामए जीमूतए इ वा अंजणे इ वा खंजणे इ वा कज्जले इ वा गवले इ वा गवल-गुलिया इ वा भमरे इ वा भमरावलिया इ वा भमर-पतंग-सारे इ वा जंबू-फले इ वा अद्दारिठे इ वा परहुए इ वा गए इ वा गय-कलभे इ वा किण्ह-सप्पे इ वा किण्ह-केसरे इ वां आगास-थिग्गले इ वा किण्हासोए इ वा किण्ह-कणवीरे इ वा किण्ह-बंधुजीवे इ बा, भवे एयारूवे सिया? णो इणठे समठे। ओवम्मं समणाउसो! ते णं किण्हा मणी इत्तो इट्टतराए चेव कंततराए चेव मणुण्णतराए चेव मणामतराए चेव वण्णणं पण्णता । तत्थ णं जे ते नीला मणी तेसि णं मणीणं इमे एयारूवे वण्णावासे पण्णत्ते, से जहा-नामए भिगे इ वा भिंग-पत्ते इ वा सुए इ वा सुय-पिच्छे इ वा चासे इ वा चास-पिच्छे इ वा णीली इ वा णोली-भए इ वा णोली-गुलिया इ वा सामा इ वा उच्चन्तगे इ वा वणराई इ वा हलधर-वसणे इ वा मोरग्गीवा इ वा अयसि-कुसुमे इ वा बाण-कुसुमे इ वा अंजणकेसिया-कुसुमे इ वा नीलुप्पले इ वा णीलासोगे इ वा णील-बंधुजीवे इ वा गोल-कणवीरे इ वा, भवेयारूवे सिया ? णो इण्ठे समझें । ते णं णीला मणी एत्तो इटुतराए चेव-जाव-वण्णेणं पण्णत्ता। तत्य गं जे ते लोहियगा मणी तेसि णं मणीणं इमेयारूवे वण्णाबासे पण्णत्ते, स जहा-णामए उरभ-रुहिरे इ वा सस-रुहिरे इवा नर-रुहिरे इ वा वराह-रुहिरे इ वा महिस-रुहिरे इ वा बालिंदगोवे इ वा बाल-दिवायरे इ वा संझब्भ-रागे इ वा गुंजद्ध-रागे इ वा जासुमण-कुसुमे इ वा किसुय-कुसुमे इ वा पालियाय-कुसुमे इ वा जाइ-हिंगुलए इ वा सिल-प्पवाले इ वा पचाल-अंकुरे इ वा लोहियक्ख-मणी इ वा लक्खा-रसगे इ वा किमि-राग-कंबले इ वा चीण-पिट्ठरासी इ वा रत्तुप्पले इ वा रत्ता सोगे इ वा रत्त-कणवीरे इ वा रत्त-बंधुजीवे इ वा, भवेयारूवे सिया? णो इणढे समझें। ते णं लोहिया मणी इत्तो इट्ठतराए चेव-जाववण्णेणं पण्णत्ता। तत्थ णं जे ते हालिद्दा मणी तेसि णं मणीणं इमेयारवे वण्णावासे पण्णत्ते-से जहा-णामए चंपए इ वा चंप-छल्ली इ वा चंपगभए इ वा हलिद्दा इ वा हलिद्दा-भेए इ वा हलिद्दा-गुलिया इ वा हरियालिया इ वा हरियाल-भेए इ वा हरियाल-गुलिया इ वा चिउरे इ वा चिउरंगराए इ वा वर-कणगे इ वा वर-कणग-निघसे इ वा [ सुवण्ण-सिप्पाए ३ वा] वर-पुरिस-वसणे इ वा अल्लईकुसुमे इ वा चंपा-कुसुमे इ वा कुहंडिया-कुसुमे इ वा तड-वडा-कुसुमे इ वा घोसेडिया-कुसुमे इ वा सुवण्ण-जूहिया-कुसुमे इ वा सुहिरण्ण-कुसुमे इ वा कोरंटग-वर-मल्ल-दामे इ वा बीयय-कुसुमे इ वा पीयासोगे इ वा पीय-कणवीरे इ वा पीय-बंधुजीवे इ वा, भवेयारूवे सिया? णो इणठे समझें। ते णं हालिद्दा मणी एत्तो इट्टतराए चेव-जाब-वण्णेणं पण्णत्ता। तत्थ णं जे ते सुक्किल्ला मणी तेसि णं मणीणं इमेयारूवे वण्णाबासे पण्णत्ते। से जहा-नामए अंके इ वा संखे इ वा चंदे इ वा कुमुदोदक-दगरय-दहि-घणक्खीर-क्खीरपूरे इ वा कोंचावली इ वा हारावली इ वा हंसावली इ वा बलागावली इ वा चंदावली इ वा सारइय-बलाहए इ वा धंत-धोय-रुप्प-पट्टे इ वा सालि-पिट्ठ-रासी इ वा कुंद-पुप्फ-रासी इ वा कुमुय-रासी इ वा सुक्क-च्छिवाडी इ वा पिहुण-मिजिया इ वा भिसे इ वा मुणालिया इ वा गय-दंते इ वा लवंग-दलए इ वा पोंडरिय-दलए इ वा सेयासोगे इ वा सेय-कणवीरे इ वा सेय-बन्धुजीवे इ वा, भवेयारूवे सिया? णो इणठे समठे । ते णं सुक्किल्ला मणी एत्तो इट्ठतराए चेव-जाव-वन्नेणं पण्णत्ता । तेसि णं मणोणं इमेयारवे गंधे पण्णत्ते, से जहा-नामए कोट्ट-पुडाण वा तगर-पुडाण वा एला-पुडाण वा चोय-पुडाण वा चंपापुडाण वा दमणा-पुडाण वा कुंकुम-पुडाण वा चंदण-पुडाण वा उसीर-पुडाण वा मरुआ-पुडाण वा जाति-पुडाण वा जूहिया-पुडाण वा मल्लिया-पुडाण वा ण्हाण-मल्लिया-पुडाण वा केयइ-पुडाण वा पाडलि-पुडाण वा णोमालिया-पुडाण वा अगुरु-पुडाण वा लवंगपुडाण वा वास-पुडाण वा कप्पूर-पुडाण वा अणुवायंसि वा ओभिज्जमाणाण वा कुट्टिज्जमाणाण वा भंजिज्जमाणाण वा उक्किरिज्जमाणाण वा विक्किरिज्जमाणाण वा परिभुज्जमाणाण वा परिभाइज्जमाणाण वा भंडाओ भंडं साहरिज्जमाणाण वा ओराला,
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