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परिशिष्ट
१८७
विज्ञान की सम्मति — आजकल विज्ञान की गति सत्य दिशा की ओर है। इसलिये काल सम्बन्धी विचारों को उस दृष्टि के अनुसार भी देखना चाहिये । वैज्ञानिक लोग भी काल को दिशा की तरह काल्पनिक मानते हैं, वास्तविक नहीं ।
अतः सब तरह से विचार करने पर यही निश्चय होता है कि काल को अलग स्वतन्त्र द्रव्य मानने में दृढ़तर प्रमाण नहीं है।
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