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तीर्थकर महावीर
उसी ग्रन्थ में श्रेणिक के अन्य १३ पुत्र गिनाये गये हैं :
१ दीहसेण, २ महासेण, ३ लट्ठदंत, ४ गूढ़दंत, ५ सुद्धदंत, ६ हल्ल, ७ दुम, ८ दुमसेण, ९ महादुमसेण, १० सीह, ११ सीहसेण, १२ महासिहसेण, १३ पुण्णसेण ।
निरमावलिया में श्रेणिक के १० अन्य पुत्रों के नाम दिये हैं :१-काली रानी से कालीकुमार ।"
२ – सुकाली रानी से सुकालकुमार । ३ - महाकाली से महाकालकुमार । ४ - कण्हा से कण्हकुमार ।
५ - सुकण्हा से सुकण्हकुमार |
६ – महाकण्हा से महाकण्हकुमार । ७ -- वीरकण्हा से वीरकण्हकुमार | - रामकण्हा से रामकण्हकुमार |
८
९ से कहा से सेणकण्हकुमार |
१० - महासेणकण्हा से महासेणकण्हकुमार ।
१ - दीहसेो महासेणे लट्ठदंते य गूढ़दंते य सुद्धदंते य । हल्ले दुमे दुमसेणे महादुमसे य श्राहिए ।
सी य सीहसेो य महासीहसेणं य आहिए । पुराण सेणे य बोधव्वे तेरसमे होइ अज्कयणे ।
वही, पृष्ठ ६६
२ - तीसेणं कालीए देवीए पुत्ते काले नाम कुमारे होत्था — निरमावलिका ( पी० एल० वैद्य सम्पादित ) पृष्ठ ५
३ - सुकाली नामं देवी होत्था सुकुमाला । तीसे गं सुकालीए देवीए पुत्ते सुकाले नामं कुमारे होत्था अभयरणा नेयव्वा पढमसरिसा, नवरं माया
एवं सेसा हि श्रहि श्र सरिस नामाओ ।
— निरयावलिया ( वैद्य - सम्पादित ), पृष्ठ ३०.
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