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________________ ६४६ तीर्थकर महावीर उसी ग्रन्थ में श्रेणिक के अन्य १३ पुत्र गिनाये गये हैं : १ दीहसेण, २ महासेण, ३ लट्ठदंत, ४ गूढ़दंत, ५ सुद्धदंत, ६ हल्ल, ७ दुम, ८ दुमसेण, ९ महादुमसेण, १० सीह, ११ सीहसेण, १२ महासिहसेण, १३ पुण्णसेण । निरमावलिया में श्रेणिक के १० अन्य पुत्रों के नाम दिये हैं :१-काली रानी से कालीकुमार ।" २ – सुकाली रानी से सुकालकुमार । ३ - महाकाली से महाकालकुमार । ४ - कण्हा से कण्हकुमार । ५ - सुकण्हा से सुकण्हकुमार | ६ – महाकण्हा से महाकण्हकुमार । ७ -- वीरकण्हा से वीरकण्हकुमार | - रामकण्हा से रामकण्हकुमार | ८ ९ से कहा से सेणकण्हकुमार | १० - महासेणकण्हा से महासेणकण्हकुमार । १ - दीहसेो महासेणे लट्ठदंते य गूढ़दंते य सुद्धदंते य । हल्ले दुमे दुमसेणे महादुमसे य श्राहिए । सी य सीहसेो य महासीहसेणं य आहिए । पुराण सेणे य बोधव्वे तेरसमे होइ अज्कयणे । वही, पृष्ठ ६६ २ - तीसेणं कालीए देवीए पुत्ते काले नाम कुमारे होत्था — निरमावलिका ( पी० एल० वैद्य सम्पादित ) पृष्ठ ५ ३ - सुकाली नामं देवी होत्था सुकुमाला । तीसे गं सुकालीए देवीए पुत्ते सुकाले नामं कुमारे होत्था अभयरणा नेयव्वा पढमसरिसा, नवरं माया एवं सेसा हि श्रहि श्र सरिस नामाओ । — निरयावलिया ( वैद्य - सम्पादित ), पृष्ठ ३०. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001855
Book TitleTirthankar Mahavira Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijayendrasuri
PublisherKashinath Sarak Mumbai
Publication Year1962
Total Pages782
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Biography, History, & Story
File Size10 MB
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