SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 708
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ૪૦ तीर्थंकर महावीर था । वह गर्भवती थी तभी श्रेणिक राजगृह वापस लौट आया । और, बाद में उसके पिता नंदा को राजगृह पहुँचा गये। इसी नंदा से अभयकुमार का जन्म हुआ जो कालान्तर में श्रेणिक का प्रधानमंत्री बना । वेण्णातट यहाँ वेण्णातट का प्रसंग आया है तो उसकी भी पहचान कर लेनी चाहिए । खारवेल के हाथीगुम्फा - शिलालेख में 'कन्हवेंणा" नाम आया है । इसके अतिरिक्त मारकंडेय पुराण में वेण्या शब्द आया है । उस स्थल पर पादटिप्पणि में पार्जिटर ने विभिन्न पुराणों में आये इसके नामों का उल्लेख करते हुए लिखा है कि इस नदी का नाम महाभारत वनपर्व, अध्याय ८५, श्लोक १८० १, भीष्म पर्व अ०९, ३३५, अनुशासन पर्व १६५, ७६४७, हरिवंश १६८, ९५०९-११ में आया है । पार्जिटर द्वारा दिये गये उपर्युक्त प्रसंगों के अतिरिक्त इस नदी का उल्लेख भागवत पुराण ( ५, : १९, १८ ), वृहत्संहिता ( १४-४ ), योगिनीतंत्र ( २-५ पृष्ठ १३९-१४० ), रामायण किष्किंधाकाण्ड ४१-९, अग्निपुराण अध्याय ११८ आदि ग्रन्थों में आया है । १ - आवश्यकचूर्णि, पूर्व भाग, पत्र ५४६ । २ - आलाजिकल सिरीज आव इंडिया, न्यू इम्पीरियल सिरीज, वाल्यूम ५१, लिस्ट आव ऐंसेंट मानूमेंट्स इन द' प्राविंस आव बिहार ऐंड उड़ीसा, मौलवी मुहम्मद हमीद कुरैशी - लिखित, १९३१ ई०, पृष्ठ २६५ । प्राचीन भारतवर्ष समीक्षा, आचार्य विजयेन्द्रसूरि लिखित ( अप्रकाशित) पृष्ठ २ । ३~मारकण्डेय पुराण- एफ० ई० पार्जिटर-कृत अनुवाद, १९०४, पृष्ठ ३०० । Jain Education International ... For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001855
Book TitleTirthankar Mahavira Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijayendrasuri
PublisherKashinath Sarak Mumbai
Publication Year1962
Total Pages782
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Biography, History, & Story
File Size10 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy