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तीर्थकर महावीर (९) पौरुषी छाया का क्या परिणाम है ? (१०) योग किसे कहते हैं ? (११) संवत्सरों का प्रारम्भ कहाँ से होता है ? (१२) संवत्सर कितने कहे गये हैं ? (१३) चंद्रमा की वृद्धि हानि क्यों दिखती हैं ? (१४) किस समय चाँद की चाँदनी बढ़ती है ?
(१५) सूर्य, चन्द्र, ग्रह, नक्षत्र और तारा इनमें शीघ्र गति कौन है ?
( १६ ) चाँद की चाँदनी का लक्षण क्या है ? । (१७) चन्द्रादि ग्रहों का च्यवन और उपपात कैसे होता है ? (१८) भूतल से चन्द्र आदि ग्रह कितने ऊँचे हैं ? ( १९) चन्द्र सूर्यादि कितने हैं ? (२०) चन्द्र सूर्यादि क्या हैं ?
भगवान् महावीर ने गौतम स्वामी के इन प्रश्नों का सविस्तार उत्तर दिया उसका पूरा उल्लेख सूर्यप्रज्ञप्ति तथा चन्द्रप्रज्ञप्ति में है।
अपना वह वर्षावास भगवान् ने मिथिला में विताया ।
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