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लोक-सम्बन्धी शंकाओं का समाधान
७६ भगवान्-"हाँ पड़ता है।" गौतम-वह ऊँचे पड़ता है, नीचे पड़ता या तिरछे पड़ता है ?
भगवान्----"वह ऊँचे पड़ता है, नीचे पड़ता है और तिरछे पड़ता है।
गौतम-“वह सूक्ष्म अप्काय इस स्थूल अप्काय के समान परस्पर समायुक्त ( संयुक्त ) होकर दीर्घ काल तक रहता है ?
भगवान्- "इस दृष्टि से समर्थ नहीं है-वह नहीं रहता। वह सूक्ष्म अप्काय शीघ्र ही नाश को प्राप्त होता है।
अपना वह वर्षावास भगवान् ने राजगृह में बिताया ।
२-भगवतीसूत्र सटीक, शतक १, उद्देशः ६, पत्र १४०-१४५
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