________________ 150 133 रखपाल = रक्षपाल, रक्षक, ठाकुर, | लाहनि = लाहण, लाण, भाजी, आदि राजा। / चीजें जो बिरादरीमें बाँटी जाती रदी - रद्दी (अरबी), निकम्मी, 488, 590 बेकार / . 267 लेखा = हिसाब, गणित / 98 रफीक = रफ़ीक़ (अरबी), साथी, सहा__यक, मित्र / वसुधा-पुरहूत = पृथ्वीका इन्द्र, बादशाह रवनीक = रमणीय, सुन्दर। 26 अकबर / राज = ईट-पत्थर आदिसे घर बनाने- बार = द्वार, फाटक / __वाला, थबइ (सं० स्थपति, 29 स राती = रक्त, लाल। 130 रास = रास्त, दुरुस्त, ठीक / 534 संखोली == छोटा शंख / 219 रासि = राशि, धन। 407 संगतरास = संगतराश (फारसी), पत्थर रूधीरुद्ध कर दी, बन्द कर दी। 153 / ____ काटकर उसकी चीजें बनानेवाला / रेजपरेजी = छोटी-मोटी फुटकर चीजें / संघ चलायौ = तीर्थयात्राके लिए 324 रेंनि = रजनी, रात। बहुतसे सधर्मियोंको लेकर चलना। 58 रोक = रोकड़ा, नकद रोख (मराठी)। सकृत = एक समय, एक साथ। 446 सकार = सकाल, सवेरे, जल्दी, सकारें (बुन्देली) लखेरा = लाखकी चूड़ियाँ वगैरह सजोष = योषा या स्त्रीके सहित, बनानेवाला। सस्त्रीक / 646 लगन = लग्नपत्रिका 283 सनातरबिधि = स्नात्रविधि, स्नान या लघु-कोक = छोटा काम-शास्त्र, कोक्काक अभिषेककी क्रिया। 176 पंडितकृत ...169 सपतखने = सप्त या सात खंडके लटाकुटा = डंडे कुंडे, बोरिया बँधना। मकान / लटा - तुच्छ / कुटा = छोटा टुकड़ा सरदहन = श्रद्धान, विश्वास / 637 / 334 सरियत - शर्त / 524 लहुरा = लघु. छोटा / 527 सरियति = शरीअत, इस्लामी कानूनलार = पीछे पीछे, साथ / 535 को कहते हैं / शायद यहाँ कानून Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org